नई दिल्ली। पिछले साल देश में हुई 13 हजार से अधिक रेल दुर्घटनाओं(train accidents) में लगभग 12 हजार रेल यात्रियों की मौत (12 thousand railway passengers died) हुई है। मतलब 2020 में इन हादसों में प्रतिदिन 32 लोगों ने अपनी जान गंवाई(32 people lost their lives daily) है। यह स्थिति तब है जब कोरोना(Corona) के चलते 45 फीसदी पैसेंजर ट्रेन नहीं चलाई(45% did not run the passenger train) जा रही हैं। वहीं, 70 फीसदी दुर्घटनाएं ट्रेन(Train) से गिरने और रेलवे ट्रैक पार करने के दौरान हुई। ट्रेन (train) से गिरने और रेलवे ट्रैक पार करने के चक्कर में 8,400 लोगों की मौत हो गई।
ट्रेन की टक्कर
यात्रियों के ट्रेन से गिरकर और ट्रैक पर ट्रेन से टक्कर होने के कारण 13018 में से 9117 हादसे (70 फीसदी) हुए। इसमें कुल 8400 लोगों की मौत हुई, जो कुल 11987 मौतों का 70 फीसदी है। इसके अलावा देशभर में रेलवे क्रॉसिंग पर ट्रेन की टक्कर मामले में यूपी पहले स्थान पर है। देश में कुल 1014 ट्रेन की टक्करों में से यूपी में 380 दुर्घटनाएं हुईं। दूसरे नंबर पर बिहार है। यहां 191 ट्रेन हादसे और मध्य प्रदेश में 144 रेलवे क्रॉसिंग पर ट्रेन हादसे हुए। ट्रेन टक्करों मे कुल 1185 लोगों की मौत हुई, इसमें सबसे अधिक यूपी में 561 मौतें (47 प्रतिशत), 142 मौतों (16 फीसदी) के साथ दूसरे स्थान पर बिहार और मध्य प्रदेश 191 मौतों के साथ तीसरे स्थान पर रहा है।
लोको पायलट से भी हुई गलती
लोको पायलट और सिगनल मैन की गलती, मैकेनिकल त्रुटियां, ट्रैक का खराब मरम्मत, पुल-टनल का ढहना व अन्य कारण (जैसे ट्रेन से गिरना-ट्रैक पर हादसे) से कुल 13018 में से 12440 रेल हादसे हुए हैं। इसमें 23 रेल दुर्घटनाएं लोको पायलट की गलती से हुईं। इसमें अन्य राज्यों सहित झारखंड में सबसे अधिक 18 लोग मारे गए हैं। मैकेनिकल त्रुटि से 493 रेल हादसे हुए और इसमें 593 लोगों की मौत हुई।
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