नई दिल्ली। सर्दियों के मौसम में ट्रेकिंग (trekking in winter season) का अलग ही मजा है. हिमालय की वादियों (Himalayan valleys) में ऐसे कई शानदार ट्रेकिंग स्पॉट(trekking spot) हैं जिनके बारे में बहुत कम लोग ही जानते हैं. अगर ठंड के मौसम में आप भी किसी ऐसी जगह को एक्सप्लोर(Explore) करना चाहते हैं तो नवंबर के पहले हफ्ते में पड़ रही छुट्टियों में इसकी प्लानिंग (planning) कर सकते हैं. सर्दियों के मौसम में ये ट्रेकिंग फील्ड (trekking field) एकदम बदल जाती हैं. आपको चारों ओर बर्फ से ढके पहाड़ और ग्लेशियर ही नजर आएंगे.
देवरिया ताल-चंद्रशिला
घने जंगल और प्रकृति के बीच रहने वालों को देवरिया ताल-चंद्रशिला ट्रेक भी बहुत पसंद आता है. अगर आपने पहले कभी ट्रेकिंग नहीं की है और हिमालय में ट्रेकिंग का अनुभव करना चाहते हैं तो इससे बेहतर जगह नहीं मिलेगी. हालांकि, ये जगह हिमालय की पर्वत श्रृंखलाओं में नहीं आती है. देवरिया ताल-चंद्रशिला उत्तराखंड में पड़ता है.
कुआरी पास ट्रेक
भारत के सबसे ऊंचे पर्वतों में से एक नंदा देवी माउंटेन को पूरा देखने का अवसर आपको हर एक ट्रेक से नहीं मिलेगा. लेकिन कुआरी पास ट्रेक आपको यह मौका देता है. यहां से आप द्रोणागिरी पर्वत और हाथी पर्वत का शानदार नजारा भी देख सकते हैं. कुआरी पास ट्रेक उत्तराखंड के जोशीमठ में स्थित है.
केदारकंठा
केदारकंठा भारत का सबसे प्रसिद्ध ट्रेक है जहां सर्दियों में काफी लोग जाते हैं. सर्दी के मौसम में इसके रास्ते बर्फ की पूरी चादर ओढ़ लेते हैं. हालांकि, नवंबर के वक्त सर्दियों में यहां भीड़ काफी बढ़ जाती है. सितंबर-अक्टूबर-नवंबर यहां ट्रेकिंग के लिए सबसे बेस्ट टाइम है. यह ट्रेक उत्तरकाशी में स्थित है.
हर की दून
उत्तराखंड के कोटगांव स्थित हर की दून ट्रेक को अब तक बहुत कम लोगों ने एक्सप्लोर किया है. इस इलाके में आपको सिर्फ पक्षी, जानवर ही देखने को मिलेंगे. यहां आप लंगूर की एक विशेष प्रजाति भी देख सकेंगे और काला हिरण मिलने की भी संभावना रहती है. इसके अलावा, आप यहां भालू और बारहसिंघा जैसे जानवरों को भी देख पाएंगे. सितंबर से नवंबर के बीच ट्रेकिंग के लिए ये जगह बेस्ट है.
संदकफू ट्रेक
संदकफू ट्रेक पश्चिम बंगाल के जौभारी में स्थित है. यहां से आप दुनिया के चार ऊंचे पर्वतों (माउंट एवरेस्ट, मकालू, माउंट कंचनजंघा और माउंट ल्होत्से) का नजारा देख सकते हैं. यहां ट्रेकिंग के दौरान आप सिंगालिला नेशनल पार्क के जंगलों का भी आनंद ले सकेंगे.
गौमुख तपोवन
यह लाजवाब ट्रेक आपको गंगा नदी के स्रोत गौमुख ग्लेशियर तक लेकर जाता है. इतना ही नहीं, यह ट्रेक आपको माउंट शिवलिंग के सबसे नजदीकी क्षेत्र तक पहुंचाता है, जहां आप पर्वत को आधार से चोटी तक पूरा देख सकते हैं. तपोवन से आप माउंट मेरू का भी खूबसूरत नजारा देख सकेंगे. ये जगह उत्तराखंड के गंगोत्री में स्थित है.
गिदारा बुग्याल
गिदारा बुग्याल भी एक शानदार ट्रेकिंग सर्किल है. इस सर्किल में आपको ऊंचाई पर सबसे बड़े घास के मैदान देखने को मिलेंगे. इसके मैदान दायरा बुग्याल से भी ज्यादा बड़े हैं. इस जगह ट्रेकिंग के बारे में भी बहुत कम लोग जानते हैं. आप यहां ट्रेकिंग के साथ-साथ कैंपिंग का मजा भी ले सकते हैं. यह ट्रेक उत्तराखंड के भंगेली में स्थित है.
बुरान घाटी
अधिकांश ट्रेवलर्स बर्फीला मौसम खत्म होने के बाद बुरान घाटी की तरफ रुख करते हैं. लेकिन इसके ट्रेकिंग प्वॉइंट्स पर लोग अगस्त का महीना शुरू होने के बाद भी जाते हैं. इस दौरान इसका घना जंगल संतरी रंग में ढक जाता है. यहां की खूबसूरती इतनी बढ़ जाती है कि इसके जंगल छोड़कर जाने का आप मन नहीं करेगा. यह ट्रेक हिमाचल प्रदेश में स्थित है.
गोएचला
सिक्किम के युकसोम क्षेत्र में स्थित गोएचला से कई बड़े पर्वतों का नजारा दिखता है. आपको यहां से न सिर्फ कंचनजंघा पर्वत, बल्कि 14 ऊंचे शिखर की चोटियां भी नजर आएंगी. यह नेपाल के सबसे बड़े माउंटेन ट्रेक के बिल्कुल नजदीक है.
©2024 Agnibaan , All Rights Reserved