नई दिल्ली। राष्ट्रीय अपराध रिकॉर्ड ब्यूरो (NCRB) की ताजा रिपोर्ट में कहा गया है कि साल 2020 में (In 2020) देश में आकस्मिक या दुर्घटनाओं की वजह से होने वाली मौतों (Casual or accidental deaths) में 2019 की तुलना में (In comparison to 2019) 11 प्रतिशत (11 percent) की कमी आई (Decreased) है।
साल 2020 में प्रति लाख जनसंख्या पर आकस्मिक मौतों की कुल संख्या 3,74,397 दर्ज की गई है, जबकि 2019 में 4,21,104 थी। 3,74,397 मौतों में से 7,405 (2 प्रतिशत) प्राकृतिक कारणों से हुई, जबकि 3,66,992 (98 प्रतिशत) मृत्यु अन्य कारणों से हुई। इससे पहले प्राकृतिक कारणों से हुई 8,145 मौतों के मुकाबले 2020 में 7,405 मौतों के बाद इसमें 9.1 प्रतिशत की कमी आई है। अन्य कारणों से हुई 4,12,959 मौतों के मुकाबले 2020 में 3,66,992 मौतें दर्ज की गई, जिसमें 11.1 प्रतिशत की गिरावट आई है।
महाराष्ट्र में 9.1 प्रतिशत की जनसंख्या हिस्सेदारी के साथ, मृत्यु की सबसे अधिक संख्या (57,806) दर्ज की गई है, जो 15.4 प्रतिशत है। उत्तर प्रदेश, जो सबसे अधिक आबादी वाला राज्य है, उसमें 16.9 प्रतिशत की आबादी के साथ (31,691) मौतें दर्ज की गई है, जो कि 8.5 प्रतिशत है।
इसके बाद 2020 में कुल दुर्घटनाओं में मध्य प्रदेश (10.8 प्रतिशत), कर्नाटक (6.5 प्रतिशत), राजस्थान (6.0 प्रतिशत), गुजरात (5.6 प्रतिशत), छत्तीसगढ़ (5.4 प्रतिशत), ओडिशा (5.0 प्रतिशत), तमिलनाडु (4.9 प्रतिशत) और पश्चिम बंगाल (4.0 प्रतिशत) का नंबर आता है।
राष्ट्रीय औसत 27.7 प्रतिशत के मुकाबले छत्तीसगढ़ में (68.6 प्रतिशत), इसके बाद पुडुचेरी (56.9 प्रतिशत), अंडेमान और निकोबार द्वीप समूह (53.3 प्रतिशत), हरियाणा (50.8 प्रतिशत), मध्य प्रदेश (48.4 प्रतिशत) और महाराष्ट्र (46.7 प्रतिशत) का स्थान रहा। देश के औसत 27.7 मौतों की तुलना में 36 राज्यों/केंद्र शासित प्रदेशों में से 18 ने मृत्यु की उच्च दर दर्ज की है।
पश्चिम बंगाल में चक्रवात के कारण अधिकांश आकस्मिक मौतें हुईं, जो कुल मिलाकर 59.5 प्रतिशत (37 मौतों में से 22) दर्ज की गई हैं। झारखंड में, अधिकांश मौतें तूफान एवं बारिश के कारण हुईं और यहां आंकड़ा 23.3 प्रतिशत (43 मौतों में से 10) दर्ज किया गया।
तेलंगाना में प्राकृतिक आपदाओं के कारण होने वाली कुल आकस्मिक मौतों में से 57.6 प्रतिशत (170 मौतों में से 98) दर्ज की गई हैं।
रिपोर्ट में यह भी विस्तार से बताया गया है कि बिजली गिरने से होने वाली मौत प्रमुख कारक रही है और छत्तीसगढ़ में इस तरह की कुल मौतें (270 मौतों में से 246), तमिलनाडु (71 में से 64), मध्य प्रदेश (561 मौतों में से 429) और झारखंड (475 मौतों में से 336) में हुई हैं। रिपोर्ट में कहा गया है कि बिहार में 54.7 फीसदी (1437 मौतों में से 786) मौतें बाढ़ के कारण हुईं हैं, हरियाणा में 71.6 फीसदी (74 मौतों में से 53) ठंड के कारण हुई, जबकि गर्मी और सनस्ट्रोक प्रमुख कारक रहे।
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