नई दिल्ली। भारत आपात चिकित्सा (India Emergency Medical) को लेकर नई तकनीक पर काम कर रहा है जिसमें किसी स्थिति में जरूरत पड़ने पर 24 घंटे के अंदर स्वास्थ्य सेवाएं (health services) मुहैया हो जाएंगी। यह एक चलता फिरता कंटेनर (moving container) वाला अस्पताल होगा। जिसमें जांच से लेकर उपचार, आईसीयू से लेकर वेंटिलेटर तक की सेवा उपलब्ध होगी। इसका इस्तेमाल समुद्री तूफान, संक्रामक बीमारी, भूकंप आदि जैसी आपात स्थिति में किया जा सकेगा।
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा तैयार किए जा रहे हर कंटेनर में 200 बिस्तरों की क्षमता होगी और उन्हें दिल्ली और चेन्नई में स्थापित किया जाएगा। दक्षिण एशिया में यह दूसरी बार हो रहा है, जब ऐसे दो कंटेनर तैयार रखे जाएंगे, जिनमें अस्पताल संबंधी सभी सुविधाएं होंगी। इन कंटेनर को आपात स्थिति में हवाई मार्ग से या ट्रेन के जरिए कहीं भी ले जाया जा सकता है। ऐसे दो कंटेनर तैयार रखे जाएंगे, जिनमें अस्पताल संबंधी सभी सुविधाएं होंगी।
गौर करने वाली बात है कि कंटेनर को हेलीकॉप्टर, रेल या फिर जहाज के जरिए कहीं भी पहुंचाया जा सकेगा। करीब 36 मीटर लंबे और 32 मीटर चौड़े इस कंटेनर में ब्लड और रेडियो डायग्नोस्टिक सुविधा होगी। सामान्य, आईसीयू और वेंटिलेटर बिस्तरों के अलावा आइसोलेशन वार्ड भी बनाया जाएगा।
इस संबंध में स्वास्थ्य मंत्रालय के सचिव राजेश भूषण का कहना है कि कई कंटेनर को एक जगह पर तैयार किया जा रहा है। एक में जांच की सुविधा, कुछ में बिस्तर, कुछ में अन्य उपकरण होंगे। कुछ कंटेनर ऐसे होंगे जिन्हें मौके पर ले जाकर असेंबल करके अस्पताल बना दिया जाएगा। स्वास्थ्य मंत्रालय ने बताया कि जिस तरह रेल के डिब्बों को जोड़ा जाता है, उसी तरह कई कंटेनर को आपस में जोड़ते हुए पूरा अस्पताल बनाया जा सकता है। महज चार सप्ताह में यह पूरा अस्पताल बन जाएगा और इसका मॉडल कोई भी हासिल कर सकता है।
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