उज्जैन। महाकाल मंदिर में शिव के ऊपर आधारित अक्षय कुमार की फिल्म की शूटिंग से न केवल मंदिर परिसर चर्चा में आया बल्कि इससे पर्यटन को भी बढ़ावा मिलने की उम्मीद है। शहर के विकास को लेकर सकारात्मक दृष्टिकोण रखना चाहिए। मंदिर को आमदनी भी हुई और इसकी चर्चा नेशनल स्तर पर हुई। शनिवार से मंदिर प्रांगण में ओह माय गॉड 2 की शूटिंग के लिए दृश्यों का फिल्मांकन शुरु हो गया था। शनिवार को दोपहर में फिल्म के मुख्य कलाकार आए थे और उन्होंने महाकाल दर्शन करने के बाद फिल्म का पोस्टर रिलीज किया था और फिल्म की पटकथा से संबंधित सह कलाकार के साथ एक सीन भी महाकाल मंदिर प्रांगण में शूट किया था। हालांकि अक्षय शाम से पहले ही यहाँ से लौट गए थे।
इसके अगले दिन रविवार को भी दिनभर मंदिर प्रांगण में फिल्म यूनिट में अलग-अलग कलाकारों के दृश्य फिल्माए थे। महाकालेश्वर मंदिर समिति से जुड़े सूत्रों का कहना है कि ओह माय गॉड 2 फिल्म के प्रोडक्शन द्वारा महाकालेश्वर मंदिर प्रांगण का शूटिंग हेतु उपयोग करने के एवज में अभी रोजाना 5 हजार रुपए की राशि मंदिर समिति में जमा कराई जा रही है। बताया जाता है कि पहले दिन ही प्रोडक्शन ने मंदिर समिति में 8 दिन के लिए 5 हजार रुपए रोज के हिसाब से 40 हजार रुपए की रसीद कटवा ली थी। इधर शनिवार को अक्षय कुमार के आने से पहले ही महाकाल मंदिर के बाहर के भी अन्य कलाकारों के दृश्य फिल्माए गए थे। इसमें महाकाल मंदिर के बाहर भी फिल्म की लोकेशन के मुताबिक सजावट की गई थी जिसमें फूल प्रसादी की दुकान से प्रसाद खरीदने के भी दृश्य थे। इन दृश्यों में नजर आने वाले फूल प्रसाद की दुकान लगाने वाले दुकानदारों को भी प्रोडक्शन द्वारा 1 हजार रुपए रोज के मान से प्रति दुकानदार को दिया जा रहा है। इधर इससे महाकालेश्वर मंदिर परिसर में अधिकृत फोटोग्राफी करने वाले फोटोग्राफर नाराज हैं। उनका कहना है कि मंदिर समिति को वो इसके एवज में निर्धारित राशि हर महीने चुकाते हैं लेकिन शूटिंग जब से शुरु हुई है, उन्हें भी मंदिर परिसर में फोटो ग्राफी के लिए प्रवेश नहीं दिया जा रहा जबकि फूल प्रसादी के दुकानदारों को प्रोडक्शन 1-1 हजार रुपए दे रहा है। उनका इससे नुकसान हो रहा है।
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