इंदौर। इंदौर के देवी अहिल्याबाई होलकर अंतरराष्ट्रीय विमानतल (Indore’s Devi Ahilyabai Holkar International Airport) पर अब यात्रियों (passengers) को बेहतर स्वास्थ्य (health) सुविधाएं भी मिल सकेंगी। यहां यात्रियों को आपात स्थिति में तुरंत चिकित्सा उपलब्ध करवाने के लिए पूरे समय एमबीबीएस डॉक्टर (MBBS Doctor) मौजूद रहेंगे, साथ ही अगर विमान में किसी यात्री की तबीयत बिगड़ती है तो ऐसी स्थिति में नजदीकी हॉस्पिटल (hospital) से डॉक्टर्स की टीम और इमरजेंसी एम्बुलेंस को भी बुलाया जाएगा, ताकि समय रहते यात्री की जान बचाई जा सके।
विमानतल प्रबंधन एयरपोर्ट पर बेहतर स्वास्थ्य सेवाएं उपलब्ध करवाने के लिए जल्द ही संबंधित हॉस्पिटल्स से संपर्क करते हुए नई व्यवस्था लागू करेगा। प्रबंधन द्वारा इसे लेकर पहले से योजना तैयार की जा रही थी, वहीं गुरुवार रात विस्तारा एयर लाइंस की बेंगलुरु से दिल्ली जा रही फ्लाइट में एक यात्री मनोज कुमार अग्रवाल की तबीयत बिगडऩे के बाद विमान की इमरजेंसी लैंडिग करवाई गई थी। यात्री को तुरंत अस्पताल भेजा गया था, लेकिन तब तक उनकी मौत हो चुकी थी। इस घटना के बाद प्रबंधन और गंभीरता से स्वास्थ्य सेवाओं को बेहतर करने के लिए जुट गया है। इसे लेकर प्रबंधन ने सुरक्षा कमेटी की बैठक में भी प्रस्ताव रखा है।
अभी एयरपोर्ट पर नहीं रहते एमबीबीएस डॉक्टर
इंदौर एयरपोर्ट (indore Airport) पर यात्रियों को प्राथमिक स्वास्थ्य सेवाएं उपलब्ध करवाने के लिए मेडिकल इमरजेंसी (medical emergency) रूम की व्यवस्था है। शैल्बी हॉस्पिटल (Hospital)के साथ अनुबंध के तहत यहां हॉस्पिटल द्वारा मेडिकल स्टाफ भी नियुक्त किया गया है, लेकिन इनमें स्थायी तौर पर कोई भी एक्सपर्ट डॉक्टर शामिल नहीं है। इसलिए इमरजेंसी की स्थिति में यात्रियों को यहां उपचार नहीं मिल पाता और उन्हें नजदीकी हॉस्पिटल भेजना पड़ता है। इसे देखते हुए ही प्रबंधन अब हॉस्पिटल से चर्चा करते हुए यहां पूरे समय एक एमबीबीएस डॉक्टर को नियुक्त करवाएगा, ताकि प्राथमिक स्तर पर ही मरीज को सही उपचार मिल सके।
इमरजेंसी की स्थिति में डॉक्टर्स की टीम और इमरजेंसी एम्बुलेंस बुलवाई जाएगी
प्रभारी एयरपोर्ट डायरेक्टर प्रबोध शर्मा ने बताया कि भविष्य में कभी भी इंदौर एयरपोर्ट पर किसी फ्लाइट में यात्री की तबीयत बिगड़ती है और विमान की मेडिकल इमरजेंसी लैंडिंग होती है तो ऐसी स्थिति में विमानतल अपनी एम्बुलेंस से हॉस्पिटल ले जाने के बजाए तुरंत नजदीकी हॉस्पिटल को फोन करते हुए वहां से डॉक्टर्स की टीम और इमरजेंसी एम्बुलेंस बुलवाएगा। इसके लिए हॉस्पिटल से अभी ही बात कर ली जाएगी। फ्लाइट के आने तक डॉक्टर्स की टीम और एम्बुलेंस आने पर मरीज के उतरते ही उसे तुरंत उपचार मिल सकेगा। अभी मरीज को एम्बुलेंस से हॉस्पिटल ले जाया जाता है, जिसमें उपचार मिलने में समय लग जाता है। एयरपोर्ट पर मौजूद एम्बुलेंस में बेसिक सुविधाएं ही हैं, लेकिन इमरजेंसी एम्बुलेंस में ज्यादा सुविधाएं होने से डॉक्टरों को भी उपचार में मदद मिलेगी। डॉक्टर्स को पहले से मरीज की स्थिति की जानकारी होगी तो वे उस परेशानी से जुड़ी जरूरी दवाइयां भी साथ लेकर आएंगे, इससे मरीज की जान बचाना ज्यादा आसान होगा
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