ब्रेस्ट कैंसर सबसे खतरनाक कैंसर में से एक है, जो ज्यादातर महिलाओं को होता है। ब्रेस्ट कैंसर (breast cancer) के कारण और लक्षणों को पहचानना सबसे जरूररी होता है। ब्रेस्ट कैंसर में कैंसर सेल्स ब्रेस्ट के टिश्यूज में बनती हैं, जो ब्रेस्ट कैंसर का कारण बनती है. ब्रेस्ट के सेल्स से शुरू होकर ब्रेस्ट कैंसर आसपास के टिश्यूज (Tissues) और पूरे शरीर में फैल सकता है। ब्रेस्ट कैंसर के कारणों जानना और लक्षणों (symptoms) को पहचानना ही इसके उपाय का पहला कदम हो सकता है। ज्यादातर लोग जब भी किसी बीमारी के बारे में सुनते हैं, तो उन्हें लगता है कि यह बीमारी उन्हें नहीं हो सकती। बीमारियों की एक सच्चाई यह है कि बीमारी किसी को भी हो सकती है। जैसे, ब्रेस्ट कैंसर से बचाव का एक तरीका यह भी है कि इसके प्रति जागरूक रहा जाए। ब्रेस्ट कैंसर होने से पहले कुछ ऐसे लक्षण होते हैं, जिन पर ध्यान देना बहुत जरूरी है।
ब्रेस्ट टेक्सचर में बदलाव
नॉर्मल स्किन की बजाय ब्रेस्ट का आसपास का हिस्सा अलग दिख सकता है। आपके ब्रेस्ट की स्किन निप्पल और एरिओला के आसपास पपड़ीदार दिखने लग सकती है और यह कुछ हिस्सों में मोटी भी दिखाई दे सकती है। यहां तक कि स्तनों में एक्जिमा और डर्मेटाइटिस भी एक दुर्लभ प्रकार के स्तन कैंसर का संकेत हो सकता है।
निप्पल से लिक्विड निकलना
ब्रेस्ट फीडिंग (breast feeding) के दौरान निप्पल से लिक्विड निकलना नॉर्मल है लेकिन अगर ब्रेस्ट कैंसर में निप्पल से पीले, हरे या लाल रंग का लिक्विड डिस्चार्ज होता है। किसी भी तरह के लिक्विड निकलने पर आपको तुरंत डॉक्टर से सलाह लेनी चाहिए।
दर्द या खुजली होना
ब्रेस्ट कैंसर में दर्द नहीं होता है लेकिन हर महिला में इसके लक्षण अलग-अलग होते हैं। आपको अगर ब्रेस्ट में दर्द या खुजली की समस्या होने लगे, तो आपको डॉक्टर से सलाह लेनी चाहिए। ब्रेस्ट में बदलाव के कारण दर्द होता है जो अक्सर ब्रेस्ट में सेंसिविटी को बढ़ाता है, साथ ही दर्द और परेशानी का कारण बन सकता है।
नोट- उपरोक्त दी गई जानकारी व सुझाव सामान्य जानकारी के लिए हैं इन्हें किसी प्रोफेशनल डॉक्टर की सलाह के रूप में न समझें । कोई भी सवाल या परेंशानी हो तो डॉक्टर की सलाह जरूर लें ।
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