डिप्रेशन में कदम उठाया… पापा को जिद्दी और मां को मजबूर बताया
इंदौर। लसूडिय़ा क्षेत्र (Lasudia area) में एक अधिकारी के बेटे ने फांसी (hanging) लगाकर आत्महत्या (suicide) कर ली। बताया जा रहा है कि उसने डिप्रेशन (depression) में यह कदम उठाया। उसने एक सुसाइड नोट (suicide note) भी लिखा है, जिसमें कई बातों का जिक्र किया है। खासकर पिता से नाराजगी भी जताई है। पुलिस (police) ने उसके द्वारा लिखा दो पेज का सुसाइड नोट जब्त कर लिया है जिसमें उसने अपनी आत्महत्या का कारण बताया।
लसूडिय़ा पुलिस (Lasudia police) ने बताया कि नर्मदा घाटी विकास प्राधिकरण (Narmada Valley Development Authority) के सरकारी आवास (government housing) में रहने वाले अपर संचालक विजित कुमार विजयवत के बेटे सार्थक ने फांसी लगाकर आत्महत्या (suicide) कर ली। सार्थक ( Sarthak ) खडग़पुर (Kharagpur) से आईआईटी कर रहा था। कुछ दिनों पहले ही इंदौर आया था। उसने एक सुसाइड नोट लिखा है, जिसमें सबसे अंत में आई क्विट ( I Quit) तो पहले और अंदर कई बातें लिखी हैं। उसने लिखा है कि उसने कई उम्मीदों से जेईई की तैयारी की थी। सोचा था कैम्पस एंजाय करूंगा, लेकिन ऑनलाइन असाइनमेंट (online assignment) के चक्कर में फंस गया। उसने लिखा कि पापा जिद्दी हैं मम्मी मजबूर… उन्हें मुझसे और छोटे भाई वात्सल्य के साथ भी ऐसी बात करनी चाहिए थी, जैसी बात वे अपने भाई और बहनों के साथ करते हो। सार्थक ने पिता के बारे में लिखा है कि काश आप हमारे साथ और भी समय बिताते और देवेंद्र काका जैसी समझ आपमें होती। हालांकि सार्थक ने किसी पर आरोप नहीं लगाए हैं और ना ही किसी को मौत का जिम्मेदार ठहराया है। बताया जाता है कि कैम्पस सिलेक्शन को लेकर भी वह डिप्रेशन में बताया जा रहा था। वह इंदौर में अपने परिवार के साथ ही रहना चाहता था लेकिन पढ़ाई के चलते उसे बाहर जाना पड़ा और उसकी मौत का कारण जहां अकेलापन रहा वहीं पढा़ई को लेकर पिता का दबाव भी नजर आया।
युवक ने फांसी लगाई, पड़ोसियों ने पिता को फोन लगाकर दी सूचना
एक युवक ने फांसी (hanging) लगाकर आत्महत्या (suicide) कर ली। वह अकेला किराए के कमरे में रहता था। भंवरकुआं पुलिस ने बताया कि श्रीयंत्र नगर (Shree Yantra Nagar) में रहने वाले शशिकांत पिता किशोरीलाल को फांसी के फंदे से उतारकर जिला अस्पताल लाया गया। उसके भाई ने बताया कि वह प्राइवेट नौकरी करता था। श्रीयंत्र नगर (Shree Yantra Nagar) में किराए से कमरा लेकर अकेला रहता था। शशिकांत मूल रूप से मडलेश्वर के श्रीनगर का रहने वाला था। कल उसे फांसी (hanging) के फंदे पर लटका देखकर पड़ोसियों ने मंडलेश्वर में रहने वाले उसके पिता को फोन लगाया। पिता ने तेजाजी नगर में रहने वाले छोटे बेटे रविकांत को घटना की जानकारी दी। रविकांत मौके पर पहुंचा, तब तक भाई की मौत हो चुकी थी। अभी साफ नहीं हो पाया कि युवक ने फांसी (hanging) क्यों लगाई।
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