इंदौर। कोरोना (Corona) व महंगाई की असहनीय मार झेल रहे गैस (Gas) उपभोक्ताओं को गैस एजेंसियां (gas agencies) अब एक और बड़ा करारा झटका देने जा रही हैं। अब उपभोक्ताओं को गैस सिलेंडर (gas cylinder) की बढ़ी हुई कीमत के अतिरिक्त 236 रुपए देना पड़ रहे हैं।
गैस कीमत के अलावा अतिरिक्त राशि वसूलने की शुरुआत सत्यम गैस एजेंसी (Satyam Gas Agency) द्वारा की जा चुकी है। एबी रोड स्थित इंडेन सत्यम गैस एजेंसी गैस सिलेंडर डिलीवरी (gas cylinder delivery) ब्वॉय के साथ एजेंसी के अन्य कर्मचारी को भेज रही है, जो उपभोक्ताओं के किचन में जाकर निरीक्षण कर रहे हैं कि गैस सिलेंडर में कौन सा रेग्यूलेटर लगा है। गैस की नली की कंडीशन कैसी है। सिलेंडर चूल्हे से कितनी दूर है। उपभोक्ता के पास कितने सिलेंडर हैं। इंडेन के अलावा अन्य गैस कंपनी के सिलेंडर हैं या नहीं। किचन में जांच करने के बाद उपभोक्ता को 236 रुपए की लेटरनुमा रसीद दी जा रही है। रसीद में हवाला दिया गया है कि गैस सिलेंडर व कनेक्शन संबंधित कागजी जांचों के दौरान क्या पाया गया। रसीद में लिखा गया है कि 5 साल में 1 बार निरीक्षण किया जाना अनिवार्य है।
निरीक्षण के नाम पर की जा रही वसूली का अधिकांश उपभोक्ताओं ने विरोध करते हुए अपनी पीड़ा का इजहार किया और कहा कि पिछले 2 सालों से पेट्रोल-डीजल, गैस सहित बिजली की कीमतें लगातार बेतहाशा बढ़ती जा रही हैं। कोरोना के चलते 2 सालों से लाखों परिवार महंगाई-बेरोजगारी जैसी समस्या से जूझ रहे हैं। 1 साल पहले लगभग 500 रुपए में आने वाला गैस सिलेंडर अब 895 रुपए में मिल रहा है । उपभोक्ताओं के बैंक खाते में लगभग 21 रुपए ही आ रहे हैं। यानी सालभर में लगभग 250 रुपए ही सब्सिडी खातों में आ रही है। मगर सालभर की सब्सिडी की राशि जो खाते में आई वह आकस्मिक अनिवार्य निरीक्षण के नाम पर उपभोक्ताओं से वसूली जा रही है। उपभोक्ताओं का कहना है कि निरीक्षण के नाम पर जितनी राशि वसूली जा रही है वह बहुत अधिक है। गौरतलब है कि शहर में गैस सिलेंडर सफ्लाय करने वाली इंडेन, एचपी, भारत सहित अन्य गैस एजेंसियां संचालित हैं। शहर में इन गैस एजेंसियों के लगभग 15 लाख घरेलू व व्यावसायिक उपभोक्ता हैं।
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