भोपाल। सतना की रैगांव विधानसभा सीट (Raigaon assembly seat) पूर्व विधायक एवं मंत्री जुगलकिशोर बागरी (Jugalkishore Bagri) के निधन से खाली हुई है। अब यहां उपचुनाव हो रहे हैं। भाजपा से टिकट नहीं मिला तो बेटा एवं बहू ने भाजपा प्रत्याशी प्रतिमा बागरी (Pratima Bagri) के खिलाफ नामांकन दाखिल कर दिया है। सतना पुलिस ने बागदी के दोनों बेटों पुष्पराज और देवराज बागरी (Pushpraj and Devraj Bagri) पर FIR दर्ज की है। रैगांव में पुष्पराज बागरी ने जहां खुद नामांकन (Enrollment) दाखिल किया है। वहीं देवराज ने अपनी पत्नी वंदना को चुनाव मैदान में उतार दिया है। वे अपने समर्थकों के साथ नामांकन फार्म (Enrollment Form) लेने कलेक्ट्रेट पहुंचे थे।
पुलिस धारा 144 के उल्लंघन पर स्वत: संज्ञान लेकर पुष्पराज बागरी और उनके भाई सहित 20 लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर ली गई है। रैगांव में भाजपा में जबर्दस्त अंतकर्लह के हालात है। इस सीट पर बागरी मतदाताओं की संख्या करीब 50 हजार से ज्यादा है। बागरी परिवार के निर्दलीय उपचुनाव में उतरने से इस बार बागरी वोट बंट सकते हैं। पुष्पराज ने 2013 में भाजपा के टिकट पर चुनाव लड़ा था। तब बसपा की ऊषा चौधरी से 4109 वोटों से हार गए थे।
कोविड के नाम पर घर बैठे हर्ष चौहान
खंडवा लोकसभा का टिकट कटने से नाराज पूर्व सांसद नंदकुमार चौहान के बेटे हर्ष चौहान घर बैठ गए हैं। वे न तो पार्टी प्रत्याशी ज्ञानेश्वर पाटिल के नामांकन भराने पहुंचे न ही मुख्यमंत्री की सभा में पहुंचे थे। हालांकि यह भी कारण बताया जा रह है कि उन्होंने कोरोना का टेस्ट कराया है। जिसकी रिपोर्ट नहीं आई थी। इस वजह से वे मुख्यमंत्री की सभा में नहीं पहुंच पाए थे। खंडवा लोकसभा में पिछले एक माह से स्थानीय नेता भी ऐसा मानकर हर्ष के लिए चुनावी रणनीति बना रहे थे, लेकिन परिवारवाद का हवाला देकर उन्हें रेस से बाहर कर दिया। पार्टी ओबीसी कार्ड खेलना चाहती थी, इसलिए ज्ञानेश्वर पाटिल पर दांव लगाया गया। पार्टी को अंदेशा था कि हर्ष की नाराजगी सामने आएगी। ऐसे में उनके समर्थक चुनाव से दूरी बना लेंगे। इसे देखते हुए ही कहा गया कि नंदकुमार सिंह चौहान के कट्टर समर्थक को टिकट दिया है।
मैदान छोड़ा, अब अरुण बनाया स्टार प्रचारक
कांग्रेस ने खंडवा संसदीय क्षेत्र से चुनाव लडऩे से इन्कार करने वाले पूर्व प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अरुण यादव को उपचुनाव में स्टार प्रचारक बनाया है। पार्टी की ओर से नामांकन की प्रक्रिया समाप्त होने के पहले चुनाव आयोग को स्टार प्रचारकों की सूची दे दी। उपचुनाव के लिए चुनाव आयोग ने राष्ट्रीय राजनीतिक दलों अधिकतम बीस स्टार प्रचारक घोषित करने के निर्देश दिए थे। इसके मद्देनजर कांग्रेस ने बीस नेताओं की सूची चुनाव आयोग को सौंप दी। इसमें पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ, दिग्विजय सिंह के साथ प्रदेश के वरिष्ठ नेता पूर्व केंद्रीय मंत्री कांतिलाल भूरिया और सुरेश पचौरी को स्टार प्रचारक बनाया गया है।
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