इंदौर। बिजली कंपनी (Electricity company) की सप्लाई को लेकर लोग खासे नाराज नजर आ रहे हैं। कई दिनों से मेंटेनेंस (maintenance) के नाम पर अघोषित बिजली कटौती का दौर जारी है। इंदौर शहर में सुबह-सुबह 2 से 3 घंटे अंधेरा हो जाता है, जिससे लोगों को रोजमर्रा के कामकाज करने में काफी परेशानी आती है। इसके साथ ही दिन के समय भी छुटपुट बत्ती गुल का सिलसिला लगातार बना हुआ है।
इंदौर शहर में बिजली के 30 झोन और 5 डिवीजन बनाए गए हैं। इससे शहर के करीब पौने सात लाख उपभोक्ताओं (users) को बिजली सप्लाई (light supply) की जाती है। इनमें से तकरीबन 5 लाख 50,000 उपभोक्ता घरेलू बिजली का उपयोग करते हैं। इंदौर शहर के पूर्व, पश्चिम, उत्तर, दक्षिण और मध्य (east,west,north,soyth,centre) इन पांचों डिवीजन में रोजाना बिजली कंपनी मेंटेनेंस का काम कर रही है, जिसमें ट्री कटिंग, जंपर सिटी और मेन बॉक्स जांचने के काम हो रहे हैं। इसके लिए रोजाना शहर के पांच क्षेत्रों में सुबह 2 से 3 घंटे शटडाउन लिया जा रहा है, लेकिन इसकी सूचना आम उपभोक्ताओं को नहीं होने से वे बड़े परेशान हैं और सुबह-सुबह काम में आ रही दिक्कतों के चलते बिजली कंपनी को रोज कोसते नजर आते हैं। दरअसल बिजली कंपनी पहले प्री-मानसून या आफ्टर मानसून मेंटेनेंस करती थी तो इसके लिए बाकायदा सूचना जारी होती थी, जिससे हर उपभोक्ता को पता रहता था कि उसके क्षेत्र में आज सप्लाई बंद रहेगी, लेकिन अभी ऐसी कोई सूचना उपभोक्ताओं तक नहीं पहुंचने से लोगों में बिजली कंपनी के प्रति आक्रोश लगातार बढ़ रहा है।
मेंटेनेंस सालभर चलने वाली प्रक्रिया
इंदौर शहर (Indore city) में 490 फीडर और 75 बड़े 35 केवी फीडर से बिजली सप्लाई (Electricity supply) होती है। शहर अधीक्षण यंत्री मनोज शर्मा (Manoj Sharma) ने बताया कि इतनी बड़ी व्यवस्था को चलाने के लिए मेंटेनेंस को लगातार जारी रखना जरूरी है। तकनीकी कारण है। मेंटेनेंस के शेड्यूल आम उपभोक्ता तक पहुंचाने के लिए जल्द ही व्यवस्था की जाएगी।
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