- हर्ष के नाम पर ज्यादा विरोध हुआ तो फिर किसी गुर्जर नेता के नाम पर लिया जा सकता है निर्णय, डेढ़ लाख गुर्जर वोट हैं खंडवा लोकसभा क्षेत्र में
इंदौर। खंडवा लोकसभा उपचुनाव ( Khandwa Lok Sabha by-election) में भाजपा (BJP) के प्रत्याशी को लेकर नया संकट खड़ा हो गया है। हर्ष के नाम पर विरोध की खबर वरिष्ठ नेताओं (Leader) तक पहुंची है।ऐसे में यहां पार्टी बी प्लान के तहत वर्तमान दावेदारों को दरकिनार कर नया नाम ला सकती है। खंडवा लोकसभा (Loksabha) में डेढ़ लाख वोट गुर्जन समाज के हैं और ऐनवक्त पर गुर्जर समाज के व्यक्ति को प्रत्याशी के रूप में उतारा जा सकता है।
खंडवा लोकसभा उपचुनाव में अभी तक भाजपा की ओर से स्पष्ट रूप से कोई नाम तो तय नहीं किया गया है, लेकिन मुख्यमंत्री की पसंद के चलते दिवंगत नंदकुमारसिंह चौहान के पुत्र हर्ष चौहान का नाम जरूर पहले नंबर पर सामने आ रहा था। वहीं दूसरे नंबर पर अर्चना चिटनीस तो तीसरे नंबर पर कृष्णमुरारी मोघे थे। इसी बीच वरिष्ठ नेताओं को खबर मिली है कि हर्ष के नाम पर अर्चना और मोघे का विरोध हो सकता है और पार्टी को यहां से सीट गंवाना पड़ सकती है। कल प्रदेश प्रभारी मुरलीधर राव खंडवा लोकसभा में पहुंचे और सबसे पहले बुरहानपुर तथा नेपानगर विधानसभा सीट की मीटिंग ली। शाम को वे खंडवा पहुंच गए थे। इसी दौरान जब उन्होंने प्रभारियों से अलग-अलग बात की तो मालूम चला कि हर्ष के नाम को लेकर विरोध सामने आ सकता है और समय कम होने के कारण पार्टी डेमेज कंट्रोल में असफल हो जाती है तो नुकसान उठाना पड़ सकता है। इसलिए यहां से कोई नया नाम सामने लाने का प्लान तैयार किया जा रहा है। बताया जा रहा है कि यहां डेढ़ लाख वोट गुर्जर समाज के भी हैं और तीन दावेदारों को छोडक़र कोई नया नाम आता है तो उसका विरोध भी नही होगा। फिलहाल ऐसा कोई दमदार नाम यहां नजर नहीं आ रहा है।