बैतूल। भारत के पांचवेधाम के रूप में प्रख्यात बैतूल (Betul) के बालाजीपुरम (Balajipuram) में शराब पीकर उत्पात मचाने तीनों मुस्लिम युवकों को पुलिस ने जेल भेज दिया है। इस मामले में बुधवार को सभी राजनैतिक दलों और सामाजिक संगठनों ने अभूतपूर्व एकता दिखाते हुए जिला मुख्यालय से लेकर तहसील स्तर तक ज्ञापन और विरोध प्रदर्शन किया। इधर बालाजीपुरम (Balajipuram) में भी सुरक्षा के लिए पुलिस की तैनाती की गई है। उधर मुस्लिम समाज ने भी ऐसे आरोपितों के सामाजिक बहिष्कार की घोषणा की।
तीन मुस्लिम युवकों ने मनाया था उत्पात
बता दें कि सोमवार की शाम मुस्लिम समुदाय के तीन युवक शराब के नशे में बालाजीपुरम मंदिर में घुसे और उत्पात मचाया। मंदिर प्रबंधन की सूचना पर पुलिस ने त्वरित कार्रवाई कर उन्हें गिरफ्तार कर लिया था। कल मंगलवार को इस घटना के विरोध में मंदिर का मुख्य व्दार बंद रहा और श्रध्दालु सड़क पर चक्काजाम करने लगे थे। एसडीओपी नितेश पटेल और टीआई बैतूलबाजार की पहल पर आरोपियों पर मामला दर्ज हुआ था जिसके बाद मंदिर के व्दार खोल दिए गए थे। लेकिन इसके बाद जब शाम को खबर आई कि आरोपियों की जमानत हो गई तो श्रध्दालु फिर आक्रोशित हो गए।
कलेक्टर-एसपी को सौंपा ज्ञापन आज बुधवार की दोपहर 12 बजे बालाजी भक्त मंडल के सैंकडों महिला-पुरूष बालाजीपुरम से बालाजी के जयकारे लगाते हुए जिला मुख्यालय पहुंचे। यहां उन्होंने कलेक्टर और एसपी को ज्ञापन सौंपा और आरोपियों की पुन: गिरफ्तारी, कड़ी कार्रवाई व बालाजीपुरम में सुरक्षा-व्यवस्था की मांग की। एसपी ने सभी को आश्वस्त किया कि आरोपियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई होगी और सुरक्षाबल भी तैनात होगा।
ज्ञापन सौंपने यह थे मौजूद इस ज्ञापन के दौरान बालाजीपुरम भक्त मंडल के समर्थन में सांसद दुर्गादास उइके, बैतूल विधायक निलय डागा, पूर्व सांसद हेमंत खंडेलवाल, भाजपा जिलाध्यक्ष बबला शुक्ला, भाजपा नेता जितेन्द्र कपूर, प्रवीण गुगनानी, राजेश मदान के साथ बालाजीपुरम के प्रमुख पुजारी असीम पंडा स्वामी, कांची कामकोटि से नियुक्त प्रबंधक चंद्रशेखर, सुनील व्दिवेदी, बंटी विवेक वर्मा, बलवंत धोटे, दीपक पाल मौजूद थे। महिला संगठन में हेमा सिंह चौहान, विमला चौधरी,तरूणा व्दिवेदी, तूलिका पचौरी आदि मौजूद थे। वहीं मुस्लिम समाज की ओर शेख असलम अकील अहमद आदि ने उपस्थित होकर ऐसे असमाजिक तत्वों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने की मांग की जो उनके समाज को बदनाम करने और जिले की सद्भावना बिगाडऩे का काम करते हैं।
जेल गए तीनों आरोपी एसडीओपी नितेश पटेल ने शाम को ही मंदिर प्रबंधन को बताया कि बवाल मचाने वाले तीनों आरोपियों आशिक पिता इशाक शाह निवासी मुलताई, सलमान पिता फारूक शाह चिचोली व सलमान पिता नसरूल्ला शाह चिचोली को धारा 151में पुन: एसडीएम के समक्ष पेश किया। बैतूल बाजार थाने के टीआई मर्सकोले और एसआई मोहित दुबे ने इन्हें गिरफ्तार किया था। एसडीएम कोर्ट के निर्देश पर इनको जेल भेज दिया गया।
बालाजीपुरम संस्थापक सेम वर्मा ने माना आभार
बालाजीपुरम संस्थापक सेम वर्मा ने कलेक्टर, एसपी, एसडीपी, बैतूलबाजार पुलिस का त्वरित कार्रवाई के लिए आभार व्यक्त किया। साथ ही उन्होंने सांसद-विधायक, पूर्व विधायक, भाजपा अध्यक्ष समेत सभी राजनैतिक दल के लोगों, सामाजिक संगठनों, महिला मंडल, मुस्लिम समाज और मीडिया के समर्थन और सहयोग की सराहना की। श्री वर्मा ने कहा कि बैतूल एक सदभाव की नगरी है और यहां बालाजीपुरम समेत सभी पवित्र धार्मिक स्थलों की सुरक्षा, मर्यादा बनाए रखना हम सभी की जिम्मेदारी है। उन्होंने कहा कि आज बैतूल ने दिखा दिया कि किसी भी गलत बात के लिए वे सारी राजनैतिक, धार्मिक और जाति की दीवारें को तोड़कर एकजुट हो सकते हैं।