महिदपुर। बिजली आउटसोर्स कर्मचारियों की 12 सूत्रीय जायज मांगों के पूरा न होने के इस संबंध में 27 सितम्बर से शुरु हुई अनिश्चित कालीन हड़ताल के पहले दिन ही खास असर देखने को मिला। प्रदेश के लगभग सभी जिलों में 45 हजार आउटसोर्स कर्मचारियों के हड़ताल पर जाने के कारण समूचे प्रदेश एवं उज्जैन जिले में बिजली व्यवस्था चरमरा सी गई। साथ ही महिदपुर तहसील में भी आउटसोर्स कर्मचारियों द्वारा बिजली परिसर के बाहर धरना प्रदर्शन किया गया एवं जमकर नारे-बाजी की गई। महिदपुर तहसील के अंतर्गत आने वाले 22 ग्रिड सब स्टेशन के आउटसोर्स ऑपरेटरों के द्वारा हड़ताल प्रारंभ होते ही 26 सिंतबर की रात 12 ग्रिड सब स्टेशनों को छोड़ दिया गया। बता दे कि उपरोक्त हड़ताल की घोषणा केवल आउटसोर्स कर्मचारी संगठन द्वारा की गई थीं।
इस हडताल में ग्रीड सब स्टेशनों के आउटसोर्स के आपरेटरों सहित, विभिन्न कार्यालयों में कार्य करने वाले कम्प्यूटर आपरेटरों एवं फिल्ड में फाल्ट सुधारने सहित विभिन्न कार्य करने वाले लाईन हेल्परों ने कार्य का संपूर्ण बहिष्कार किया है। आउटसोंर्स के समस्त कर्मचारीयों के स्थान पर विभाग ने नियमित/संविदा कर्मचारियों की ड्यूटी लगाई, परंतु विभाग में इन कर्मचारियों की संख्या अत्यधिक कम हाने के कारण बिजली व्यवस्था गड़बड़ा गई। हडताल के पहले दिन आउटसोर्स कर्मचारी संगठन महिदपुर के अध्यक्ष राजेन्द्र दोहरे के साथ धीरेन्द्रसिंह, हरिश राठौर, पुष्कर पांचाल, राजपाल डोडिया, बद्रीलाल प्रजापत, दर्पणसिंह, ईश्वरसिंह, जीवन गुर्जर, राधेश्याम कलथिया, विक्रम मकवाना, गोपाल सौलंकी, मुकेश परिहार, रामरतन बगडावत, कमल मालवीय सहित महिदपुर संभाग के 169 आउटसोर्स कर्मचारी उपस्थित थे। उपरोक्त जानकारी मीडिया प्रभारी कमलेश कहार ने दी।
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