नई दिल्ली: हाथ की रेखाएं करियर, पैसे, मैरिड लाइफ, सेहत (Health) आदि के साथ-साथ यह भी बताती हैं कि व्यक्ति को विदेश (Abroad) जाने का मौका मिलेगा या नहीं. भले ही अब ग्लोबलाइजेशन (globalization) और खर्च करने की बढ़ती क्षमता के कारण अपने काम या छुट्टियां बिताने के लिए दूसरे देशों का सफर करना पहले की तुलना में कई गुना बढ़ गया है. फिर भी कई लोगों के लिए विदेश जाना एक बड़े सपने की तरह है. आज हस्तरेखा शास्त्र (Hast Rekha Shastra) की मदद से जानते हैं कि हाथ की कौनसी रेखाएं विदेश यात्रा का योग (Videsh Yatra Yog) बनाती हैं.
इन जातकों को मिलता है विदेश जाने का मौका
- जिन जातकों के हाथ में सबसे छोटी उंगली के नीचे स्थित बुध पर्वत से कोई रेखा निकलकर अनामिका उंगली के नीचे तक जाए तो व्यक्ति को विदेश जाने का मौका कई बार मिलता है.
- जीवन रेखा से निकलकर कोई रेखा चंद्र पर्वत तक जाए तो ऐसा जातक भी विदेश यात्रा करता है.
- मणिबंध से कोई रेखा मंगल पर्वत तक जाए तो भी व्यक्ति विदेश जाता है. बल्कि ऐसे जातक समुद्र के रास्ते विदेश जाते हैं.
विदेश यात्रा से होता है लाभ
- ऐसे लोग जो केवल विदेश यात्रा करते ही नहीं है बल्कि उन यात्राओं से पैसा कमाते हैं या विदेशों में जाकर बस जाते हैं, उनके बारे में भी हस्तरेखा से पता चल जाता है.
- चंद्र पर्वत से कोई रेखा शनि पर्वत तक जाए तो ऐसा व्यक्ति न केवल विदेश यात्राएं करता है, बल्कि वह उससे खूब पैसे भी कमाता है. ये लोग अक्सर अपने काम के सिलसिले में विदेश यात्रा करते रहते हैं.
- जिन लोगों के हाथ में यात्रा रेखा जीवन रेखा से ज्यादा मोटी और गहरी हो तो वे लोग विदेश में ही बस जाते हैं.
- चंद्र पर्वत के पास त्रिभुज का निशान बनना वर्ल्ड टूर कराता है.