वाशिंगटन। दुनियाभर में कोरोना के खिलाफ बूस्टर शॉट को लेकर छिड़ी बहस के बीच अमेरिका ने अपने नागरिकों के लिए इसकी अनुमति दे दी है। मिली जानकारी के मुताबिक, 65 की उम्र पार कर चुके या फिर अस्पतालों में तैनात 54 से 65 वर्ष के लोगों को यह बूस्टर डोज दी जाएगी।
अमेरिका के फूड एंड ड्रग एडमिनिस्ट्रेशन ने इसके लिए हामी भर दी है। गुरुवार रात को सीडीसी निदेशक डॉ. रोशेल वालेंस्की ने बताया कि कोरोना को लेकर सलाहकारों के एक पैनल ने कमजोर इम्यूनिटी वाले लोगों के लिए बूस्टर डोज की मंजूरी दी है।
पूर्ण टीकाकरण के छह महीने बाद ही मिलेगा बूस्टर डोज
बता दें, अमेरिकी पैनल ने बूस्टर शॉट की मंजूरी सिर्फ उन लोगों के लिए ही दी है, जो छह महीने पहले वैक्सीन के दोनों डोज ले चुके होंगे। माना जा रहा है कि वैक्सीन के तीसरे डोज से उनकी इम्यूनिटी अच्छी होगी, जिससे कोरोना के खिलाफ वे बेहतर तरीके से जंग लड़ सकेंगे।
18 से 64 वर्ष के लिए इंकार
बूस्टर डोज के लिए सिर्फ 65 साल के ऊपर के लोग ही मान्य है या फिर डोज लेने वाले को हेल्थ वर्कर होना चाहिए। लेकिन पैनल के सामने 18 से 64 वर्ष के हेल्थ वर्करों को भी बूस्टर डोज देने का प्रस्ताव रखा गया था, जिसे पैनल ने खारिज कर दिया। हालांकि, सीडीसी निदेशक डॉ. रोशेल वालेंस्की ने दोबारा पैनल के सामने यह प्रस्ताव रखा है। माना जा रहा है कि अगले सप्ताह तक पैनल इस पर फैसला ले सकता है।
कुछ देश दे चुके हैं मान्यता
बता दें, विश्व स्वास्थ्य संगठन की ओर से अभी तक तीसरी डोज को लेकर कोई एडवाइजरी नहीं जारी की गई है। इसके बाजवूद दुनिया के कुछ देश बूस्टर डोज की अनुमति दे चुके हैं। बीते दिनों खबर आई थी कि बिना इजाजत मुंबई के कुछ अस्पतालों में नेताओं व डॉक्टरों ने भी बूस्टर डोज लगवाया था।
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