इंदौर। शहर में जिस तरह से डेंगू (Dengue) अपने पैर पसार रहा है उसने चिंता बढ़ा दी है। रुक-रुककर हो रही बारिश (Rain) के कारण मच्छर (mosquito) पनप रहे हैं और उनसे बीमारियों (diseases) का खतरा भी बढ़ रहा है। वहीं गंभीर मरीजों (critical patients) में ब्लड सेल बढ़ाने के लिए प्लाज्मा (plasma) तक चढ़ाना पड़ रहा है, जिसके लिए ब्लड बंैकों (blood banks) में मारामारी मची है।
कल आए आंकड़ों के अनुसार फिर 16 डेंगू (Dengue) के मरीज सामने आए। सरकारी आंकड़ों में शहर में अभी तक 344 डेंगू (Dengue) के मरीज हैं, लेकिन शहर के सभी निजी अस्पताल (private Hospital) डेंगू (Dengue) के मरीजों से भरे पड़े हैं। हर अस्पताल में डेंगू (Dengue) का मरीज मिल जाएगा। डॉक्टरों का कहना है कि डेंगू (Dengue) के शुरुआती लक्षण वायरल जैसे होते हैं, इसलिए लोग इसे सामान्य बुखार समझकर अस्पताल आने में देर कर देते हैं और वह बढ़ता जाता है। जब मरीज में कमजोरी आने लगती है तब वे अस्पताल की ओर दौड़ते हैं, लेकिन इनमें से कई मरीज ऐसे होते हैं, जिन्हें प्लाज्मा (plasma) चढ़ाने की जरूरत पड़ जाती है। इंदौर (Indore) में रेडक्रॉस (Red-Cross) के ब्लड कॉल सेंटर (blood call center) पर प्लाज्मा (plasma) के लिए प्रतिदिन 45 से 50 लोगों की डिमांड आ रही है, जिसके लिए लोगों से संपर्क किया जाता है। ब्लड बैंक (blood banks) के अशोक नायक का कहना है कि जैसी स्थिति कोरोना में बनने लगी थी, वैसी ही स्थिति अब बनने लगी है। हमारी कोशिश रहती है कि सभी को प्लाज्मा उपलब्ध हो, ताकि उसमें से रोग प्रतिरोधक क्षमता पैदा करने वाले ब्लड सेल मरीज की जान बचा सकें। बताया जा रहा है कि इंदौर की सभी ब्लड बैंकों में प्लाज्मा की डिमांड आने लगी है। एक अनुमान के मुताबिक एक दिन में 150 से अधिक लोगों को प्लाज्मा की आवश्यकता पड़ रही है।
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