कोलकाता। केंद्रीय प्रत्यक्ष कर बोर्ड (सीबीडीटी) (Central Board of Direct Taxes (CBDT)) ने मंगलवार को कहा कि आयकर विभाग ने बंगाल के एक इस्पात उत्पाद विनिर्माता समूह (A steel products manufacturing group from Bengal) पर छापेमारी के बाद 700 करोड़ रुपये की वित्तीय गड़बड़ी का पता लगाया है।
केंद्रीय एजेंसी ने एक बयान में बताया कि आयकर विभाग की छापेमारी के दौरान कई ऐसे सबूत मिले हैं, जिनसे 700 करोड रुपये के गबन की जानकारी मिली है। कर बोर्ड ने कहा कि गत 17 सितंबर को समूह के प्रवर्तकों के घर और कंपनी के कोलकाता, दुर्गापुर, आसनसोल और पुरुलिया स्थित कार्यालय एवं कारखानों सहित 25 परिसरों में छापे मारे गए थे। सीबीडीटी के अनुसार समूह ने बेहिसाब नकद बिक्री, बेहिसाब नकद व्यय, फर्जी पार्टियों से खरीद, वास्तविक उत्पादन की गलत जानकारी, स्क्रैप की नकद खरीद, भूमि खरीद-बिक्री के कई दस्तावेजों के माध्यम से बेहिसाब आय जमा करने से जुड़े सबूत पाए गए हैं।
सीबीडीटी ने अपने बयान में कहा कि बेहिसाब आय को असुरक्षित ऋणों के रूप में और शेल इकाइयों के शेयरों की बिक्री के रूप में दिखाया गया। समूह के सदस्यों में से एक की संपत्तियों के कई दस्तावेज भी जब्त किए गए जिनमें जमीन और संपत्ति का स्वामित्व अलग-अलग नामों से है। यह सब कुछ अकूत दौलत को छुपाने के लिए किया गया था।
बयान में कहा गया है कि अपराध सिद्ध करने वाले सबूतों से पता चलता है कि विनिर्माण समूह ने इस तरह से 700 करोड़ रुपये की वित्तीय गड़बड़ी की। इसमें कहा गया कि 20 लाख रुपये की बेहिसाबी नकदी जब्त की गई है, जबकि दो लाकर खोले जाने बाकी हैं। बैंक खातों के जरिये अवैध कोष हस्तांतरण करने वाले परिसर पर भी छापा मारा गया। दावा किया गया है कि इसमें कुल सैकड़ों करोड़ रुपये की राशि का लेनदेन किया गया। मामले में आगे भी जांच जारी है। (एजेंसी, हि.स.)
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