इंदौर। जवाहर टेकरी (Jawahar Tekri) में गलत तरीके से गणेश प्रतिमाओं (Ganesh idols) को फेंकने को लेकर हिन्दू धर्म (Hinduism, religious) की धार्मिक भावनाएं भडक़ाने के आरोप में 9 निगमकर्मियों (corporation ) के खिलाफ एफआईआर (FIR) दर्ज की गई है। निगम (Muncipal) के इस कृत्य की जोरदार आलोचना हुई। यह बड़ा मुद्दा नहीं बने, इसके पहले निगमायुक्त प्रतिभा पाल ने कल शाम 7 कर्मचारियों को बर्खास्त कर दिया था, लेकिन फिर भी मामला ठंडा नहीं हुआ और कांग्रेस विधायक संजय शुक्ला (Congress MLA Sanjay Shukla) , नगर अध्यक्ष विनय बाकलीवाल ने हिन्दू धर्म की भावनाओं के साथ खिलवाड़ के आरोप में चंदननगर थाने में आवेदन देकर निगम आयुक्त और अधिकारियों पर एफआईआर (FIR) दर्ज करने की मांग की, लेकिन इससे पहले ही सुबह पौने 11 बजे निगम के अपर आयुक्त अभय राजनगांवकर ने निगम कर्मचारी राजेश रामजी, शैलेन्द्र नीमा, मुकेश कालूराम, लखन रामफूल, राजू शंकरलाल के अलावा 4 अन्य के खिलाफ एफआईआर दर्ज करा दी।
सभी झोनल अधिकारियों को पहुंचने के आदेश थे, एक भी नहीं पहुंचा
कल निगमायुक्त ने सभी झोनल अधिकारियों को निर्देश दिए थे कि वे अपने-अपने वार्डों से एकत्र की गई गणेश प्रतिमाओं के वाहन अपनी निगरानी में जवाहर टेकरी रवाना कराएंगे और वहां पहुंचकर विधि-विधान से विसर्जन की प्रक्रिया तक मौजूद रहेंगे। ठीक इसके विपरीत कल जवाहर टेकरी पर एक भी झोनल अधिकारी नहीं पहुंचा और कुछ दिखावे की रस्म के लिए थोड़े समय के लिए पहुंचे थे। निर्देश तो यह भी थे कि प्रत्येक झोन के अंतर्गत वार्डों से एकत्र की गई प्रतिमाओं का विसर्जन झोनल अधिकारियों की मौजूदगी में ही होगा, लेकिन निगमायुक्त के आदेश ही झोनल अधिकारियों ने हवा कर दिए।
©2024 Agnibaan , All Rights Reserved