कोटा । भारत में वर्ल्ड क्लास, यूके और यूएसए से भी बेहतरीन हाइवे निर्माण किए जा रहे हैं। दिल्ली-मुंबई ग्रीनफील्ड राजमार्ग (Delhi-Mumbai Greenfield Highway) दुनिया का सबसे लंबा हाइवे बन रहा हैं। गुरुवार को ये बात केंद्रीय परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी (Nitin Gadkari) ने कही। वे राजस्थान (Rajasthan) के बूंदी जिले में भारत माला प्रोजेक्ट (Bharat Mala Project) के तहत बन रहे 8 लेन हाइवे निर्माण कार्य का निरीक्षण करने पहुंचे थे।
मंत्री गडकरी दिल्ली से मुंबई के बीच 1380 किलोमीटर की लंबाई वाले हाइवे के दो दिवसीय निरीक्षण दौरे पर हैं। पहले राजस्थान के दौसा में हाइवे का निर्माण कार्य देखा। वहां पर 160 किलोमीटर प्रतिघंटे की स्पीड से नवनिर्मित हाइवे पर गडकरी ने वाहन में बैठकर सवारी की।
उसके बाद राजस्थान के बूंदी जिले में हाइवे निर्माण का निरीक्षण और मीडिया से निर्माण कार्य की समीक्षा करते गडकरी ने कहा हाइवे बेहतरीन क्वॉलिटी के साथ बनाया जा रहा हैं। साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि हमने पैसे नहीं खाए, और जो गड़बड़ करेगा उसे ठोकेंगे भी सही। मतलब मंत्री गडकरी ने इशारों-इशारों में ठेका कंपनियों को स्पष्ट कर दिया। हाइवे निर्माण में किसी तरह की कौताही भारत सरकार को बर्दाश्त नहीं करेगी।
साढ़े 12 घंटे में दिल्ली से मुंबई तक का सफर
मंत्री राजस्थान के बूंदी-सवाईमाधोपुर जिलों के बीच लाखेरी में सखावदा घाटी में पहुंचे थे। 8 लेन हाइवे जो राजस्थान में 18 हजार करोड़ की लागत से बन रहा हैं। प्रदेश में हाइवे की 374 किलोमीटर इसकी लंबाई रहेगी। यहां हाइवे निर्माण के मॉडल का निरीक्षण किया। निर्माण कार्य को भी वाहन से उतरकर देखा।
केंद्रीय परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने मीडिया को संबोधित करते हुए कहा कि भविष्य में यह हाइवे ट्रैफिक के दबाव को देखते हुए 12 लेन भी होगा। फिलहाल 8 लेन हाइवे इसे बनाया जा रहा हैं। 80 फीसदी काम इसका शुरू हो चुका हैं। साढ़े 12 घंटे में हाइवे पर चलने वाले वाहन राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली से वित्तिय राजधानी मुंबई पहुंच जाएंगे। दिल्ली, हरियाणा, राजस्थान, मध्यप्रदेश, गुजरात और महाराष्ट्र इन प्रदेशों में यह हाइ्रवे आर्थिक उन्नति लाने वाला होगा। पर्यटन को इससे बूम मिलेगा। साथ इस हाइवे निर्माण में करीब 12 हजार करोड रुपए सिर्फ जंगल, वन्यजीवों और पर्यावरण संरक्षण पर खर्च होगा।
मुकंदरा हिल्स टाइगर रिजर्व में 4 किलोमीटर का टनल
बूंदी-सवाईमाधोपुर के बीच दुनिया का दूसरे नंबर का ग्रीन ओवर पास जंगल, वन्यजीवों के संरक्षण को लेकर साढे तीन किलोमीटर के अंतराल में 5 ग्रीन ओवर पास का निर्माण किया जा रहा हैं। यह ओवर पास रणथंभौर नेशनल पार्क, बूंदी रामगढ टाइगर रिजर्व और कोटा मुकंदरा हिल्स टाइगर रिजर्व के बीच कोरिडोर पर बनाया जा रहा हैं। इन तीनों नेशनल पार्क में वन्यजीव आसानी से आ जा सकते हैं। साथ 4 किलोमीटर पर टनल मुकंदरा हिल्स टाइगर रिजर्व में बनाई जा रही हैं।
कई नदियों पर पुल, रेलवे क्रॉसिंग पर पुल का निर्माण किया जा रहा हैं। मंत्री ने कहा हाइवे पर 120 किलोमीटर प्रतिघंटे की स्पीड से वाहनों को चलाने की अनुमति होगी। स्पीड को और बढ़ाने के प्रयास रहेंगे। मंत्री के साथ राजस्थान सरकार के मंत्री बीडी कल्ला और पीपल्दा के कांग्रेस विधायक रामनारायण मीणा भी मौजूद थे।
जीपीएस सिस्टम से हाइवे पर टोल का भुगतान
मंत्री गडकरी ने कहा हाइवे का राजस्थान का हर तरह का फायदा मिले। इसके लिए वह राजस्थान सीएम से वार्ता करेंगे, और मांग भी करते हैं कि हाइवे के सहारे औद्योगिक ईकाई स्थापित की जाए, ट्रांसपोर्ट पैलेस विकसित किए जाए। उन्होंने वाहनों के हॉर्न पैटर्न बदलने की भी बात कही। साथ मंत्री ने कहा जीपीएस सिस्टम से हाइवे पर टोल का भुगतान भी होगा। मंत्री ने बायो ईंधन और इलेक्ट्रिक वाहनों के भविष्य में चलाने पर जोर दिया। उन्होंने कहा देश में बेहतरीन क्वालिटी के दर्जनों हाइ्रवे का निर्माण चल रहा हैं। मंत्री ने कहा हादसे के दौरान सरकार आपात स्थिति में हेलीकॉप्टर एम्बुलेंस की सुविधा भी हाइवे पर दी जाएगी। ताकि घायलों को कम समय में अस्पताल इलाज के लिए पहुंचाया जा सकेगा। वहीं हादसे में किसी की मौत होने पर अंगदान भी तत्काल होगा।
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