उज्जैन। स्मार्ट सिटी बन रहे उज्जैन (Ujjain) में महाकाल मंदिर (Mahakal Temple) भी हाईटेक होने जा रहा है. यहां दर्शन की तमाम व्यवस्थाएं ऑटोमैटिक (systems automatic) होने जा रही हैं. मेट्रो स्टेशन की तर्ज पर यहां सेंसर बेरिकेड (Sensor barricading) लगाए जाएंगे जो टोकन से ही खुलेंगे. फिलहाल मंदिर के VIP गेट पर ये व्यवस्था होगी. बाद में बाकी गेट्स पर भी सेंसर बेरिकेडिंग (Sensor barricading) होगी।
महाकालेश्वर मंदिर की दर्शन व्यवस्था अब हाईटेक होगी मेट्रो रेलवे स्टेशन की तर्ज पर सेंसर बेरिकेटिंग के साथ साथ टोकन मशीन लगेगी. पहले यह व्यवस्था महाकाल मंदिर के गेट नंबर चार और पांच से वीआईपी श्रद्धालु के लिए होगी शुरू।
मेट्रो ट्रेन जैसी व्यवस्था
महाकालेश्वर मंदिर के विस्तारी और सौन्दर्यीकरण के काम में अब मंदिर की दर्शन व्यवस्था को हाईटेक किया जा रहा है. इस व्यवस्था के तहत अब पहले चरण में भक्तों को मेट्रो स्टेशन जैसे गेट से गुजरना होगा. लेकिन फिलहाल सिर्फ वीआईपी श्रद्धालुओं की एंट्री ऐसे गेट से होगी. बाद में धीरे धीरे बाकी गेट्स पर भी सेंसर बेरिकेड्स लगाए जाएंगे।
मंदिर समिति ने देखी व्यवस्था
वीआईपी श्रद्धालुओं के लिए मंदिर के गेट क्रमांक चार और पांच पर मेट्रो स्टेशन की तरह सेंसर बेरिकेडिंग के साथ टोकन मशीन लगायी जाएगी. महाकाल मंदिर में प्रशासक गणेश धाकड़, सहायक प्रशासक मूलचंद जूनवाल, एएडीएम जितेंद्र सिंह, एडिशनल एसपी अमरेंद्र सिंह ने आज महाकाल मंदिर का दौरा किया और मशीन लगने वाले स्थान को देखा. ज़रूरी निर्देश स्टाफ को दिये।
टोकन से खुलेंगे सेंसर बेरिकेड
महाकाल मंदिर में देश भर से आने वाले वीआईपी श्रद्धालुओं को अब यह टोकन महाकाल मंदिर प्रबंध समिति देगी. श्रद्धालु जैसे ही सेंसर गेट पर पहुंचकर टोकन मशीन में डालेंगे वैसे ही ऑटोमेटिक बेरिकेड खुल जाएंगे और श्रद्धालु आसानी से महाकाल मंदिर के अंदर प्रवेश कर लेंगे।
100 रुपये में प्रवेश
अभी वीआईपी श्रद्धालुओं को प्रोटोकॉल के तहत प्रबंध समिति गेट नंबर चार और पांच से 100 रुपये शुल्क लेकर प्रवेश दे रही है. लेकिन इस व्यवस्था में कई ऐसे श्रद्धालु भी प्रवेश कर जाते हैं जो प्रोटोकॉल नियम में नहीं आते हैं. सेंसर बेरिकेड लगने से अब जिन श्रद्धालुओं के पास टोकन नहीं होगा वो अंदर नहीं घुस पाएंगे।
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