नई दिल्ली । गुजरात (Gujarat) में आगामी विधानसभा चुनाव (Assembly elections) में सत्ता विरोधी लहर से पार पाने के लिए भाजपा (BJP) नेतृत्व नए मंत्रिमंडल से पूर्व सीएम विजय रुपाणी (Vijay Rupani) व डिप्टी सीएम नितिन पटेल (Nitin Patel) समेत 90 फीसदी मंत्रियों को बाहर करने पर आमादा है। रुपाणी व नितिन पटेल सहित कई मंत्रियों की नाराजगी ने बुधवार को होने वाले मंत्रिमंडल विस्तार पर ग्रहण लगा दिया है।
बताया जाता है कि नेताओं की नाराजगी दूर करने के लिए राष्ट्रीय संगठन महासचिव भूपेंद्र यादव और बीएल संतोष दो दिनों से अहमदाबाद में डेरा डाले हुए हैं। इनकी रुपाणी और नितिन पटेल से कई दौर की बातचीत हुई है, लेकिन बीच का रास्ता न निकलने से भूपेंद्र पटेल मंत्रिमंडल का शपथग्रहण बृहस्पतिवार तक के लिए टाल दिया गया है।
बदलाव के लिए नेतृत्व सख्त
पार्टी नेतृत्व एंटी इंकम्बेंसी को खत्म करने के लिए नई सरकार में ज्यादातर नए चेहरों को जगह देना चाहता है। इसके तहत रुपाणी, नितिन पटेल सहित नब्बे फीसदी मंत्रियों की विदाई की पटकथा लिखी जा चुकी है। दरअसल सरकार और संगठन में व्यापक बदलाव का भाजपा को हमेशा लाभ मिला है। बीते लोकसभा चुनाव के दौरान करीब सौ सांसदों के टिकट काटे गए थे। इसके कारण लोकसभा चुनाव में भाजपा को दोबारा अपने दम पर बहुमत मिला। वहीं, दिल्ली नगर निगम के पिछले चुनाव में सभी पार्षदों के टिकट काटे गए और भाजपा हारी हुई बाजी जीत गई।
हो चुका है अंतिम निर्णय
पार्टी के वरिष्ठ नेता के मुताबिक गुजरात के संदर्भ में अंतिम निर्णय हो चुका है। नेतृत्व इससे पीछे नहीं हटेगा। पार्टी की योजना अलग-अलग बिरादरी से जुड़े दो नेताओं को डिप्टी सीएम बनाने की है।
आज होगा मंत्रिमंडल का गठन
नए मंत्रिमंडल का शपथ ग्रहण समारोह बृहस्पतिवार को 1:30 बजे होने की संभावना है। इसमें करीब 22 चेहरों को जगह मिलेगी, जिनमें कम से कम 20 नए चेहरे होंगे।
©2024 Agnibaan , All Rights Reserved