उज्जैन। कोरोना गाइडलाइन के साथ-साथ जिला प्रशासन द्वारा लगाए गए प्रतिबंधों के बीच आज सुबह से शहर में मंगल मूर्ति गणेश की प्रतिमाएं घरों से लेकर पांडाल तक विराजित की जा रही है। प्रतिबंध के बावजूद पीओपी की प्रतिमाएं बाजार में बिक रही हैं, क्योंकि मिट्टी से बनी गणेश प्रतिमाएं महंगी होने के कारण लोग नहीं खरीद रहे। आज सुबह चिंतामण गणेश मंदिर में 56 भोग लगाया गया और बड़ा गणेश मंदिर में दोपहर में जन्मारती हुई।
शहर में पिछले 2 दिनों से जगह-जगह गणेश प्रतिमाओं की दुकानें सजी हुई है। हालांकि इस बार नगर निगम ने गणेश प्रतिमा विक्रय के लिए दुकानों का आवंटन नहीं किया है। व्यवसायियों ने आज भी शहर में दर्जनों स्थानों पर प्रतिमाओं की दुकानें लगा रखी है। प्रशासन की पाबंदियों के बावजूद शहर में प्लास्टर ऑफ पेरिस से बनी गणेश प्रतिमाएं बिक रही हैं। व्यापारियों का कहना है मिट्टी से बनी प्रतिमाएं महंगी होती हैं। क्योंकि इन्हें हाथ से आकार देकर मिट्टी से तैयार करने में भी समय लगता है। इसकी तुलना में पीओपी से बनी प्रतिमाएं सांचे में बन जाती हैं और यह सस्ती होने से लोग भी ने आसानी से खरीदते है। कल शाम को नीलगंगा क्षेत्र में नगर निगम और जिला प्रशासन की टीम पीओपी प्रतिमाएं जब्त करने पहुंची, लेकिन यहां विहीप बजरंग दल के विरोध के चलते टीम को बगैर कार्रवाही करे लौटना पड़ा। आज भी फ्रीगंज में शहीद पार्क, पुरानी सब्जी मंडी, मक्सी रोड, पांड्याखेड़ी चौराहा, नानाखेड़ा क्षेत्र समेत पुराने शहर के देवास गेट, क्षीर सागर, गोपाल मंदिर सहित शहर की प्रत्येक कॉलोनी में बड़ी संख्या में गणेश प्रतिमाएं बिक रही है। करीब-करीब सभी दुकानों पर मिट्टी की गणेश प्रतिमाओं से ज्यादा पीओपी की प्रतिमाएं नजर आ रही है।
चिंतामन में सुबह अभिषेक, 56 भोग लगे
चिंतामन गणेश मंदिर में आज गणेश चतुर्थी के अवसर पर भगवान गणेश के जन्मोत्सव के कार्यक्रम शुरू हुए। सुबह 5 बजे अभिषेक व चोला चढाया गया। इसके बाद पूजा की गई। दोपहर 12 बजे जन्मोत्सव के समय महाआरती हुई। पं. गणेश गुरु ने बताया कि महा आरती के बाद भगवान गणेश को 56 पकवानों का महाभोग लगाया गया। मंदिर परिसर में कोविड गाइडलाइन के मुताबिक व्यवस्था की गई है। इसी के अनुसार श्रद्धालुओं को दर्शन कराएं जा रहे हैं। गर्भगृह में किसी को प्रवेश नहीं दिया जा रहा।
बड़ा गणेश की दोपहर में हुई महा आरती
प्राचीन बड़ा गणेश मंदिर में एक दिन पहले ही गणेश चतुर्थी पर हर साल होने वाले विशेष पूजा एवं महा आरती की तैयारियां कर ली गई थी। मंदिर को आकर्षक रूप से सजाया गया है। पं. आनंद शंकर व्यास के मुताबिक दोपहर में 12.15 बजे जन्म आरती कर गणेशजी को 1 हजार मोदक व एक हजार लड्डुओं का भोग लगाया गया। आज सुबह 9 बजे से 25 पंडितों द्वारा गणपति अथर्वशीर्ष का पाठ शुरू कर दिया गया था। दोपहर ठीक 12 बजे पूजा के बाद महाआरती शुरु की गई और प्रसादी वितरण आरंभ किया गया। इधर कृषि उपज मंडी में भी गणेश मंदिर में सुबह आरती और पूजन के साथ गणेश जी की स्थापना की गई।
गाइडलाइन का करना होगा पालन
इधर कलेक्टर आशीषसिंह ने इस संबंध में गाइडलाइन जारी कर दी है। यही गाइडलाइन चेहल्लुम के लिए भी प्रभावी रहेगी। तय गाइडलाइन के मुताबिक प्रतिमा स्थापना के लिए 30&45 साइज यानी 1350 वर्गफीट का पंडाल लगाया जा सकेगा। झांकियां नहीं बनाई जाएंगी। यदि बनाना हो तो उसे खुले में बनाना होगा, ताकि श्रद्धालुओं की भीड़ न इकट्ठा हो। वहां सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करना होगा। पंडाल लगाने की अनुमति प्रशासन से लेना होगी। साथ ही बिजली के लिए अस्थायी कनेक्शन की भी अनुमति लेना होगी। विसर्जन के दौरान केवल 10 लोग ही उपस्थित रह सकेंगे। लेकिन इसके लिए आयोजकों को पहले से अनुमति लेना होगी। किसी भी तरह का चल समारोह नहीं निकाला जाएगा।
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