नई दिल्ली। ब्रिटेन(UK) में एक समलैंगिक बेटे (gay son) ने इलाज के दौरान अपनी ही मां की हत्या कर (killing his own mother) दी. दरअसल आरोपी की मां अपने गे बेटे को इस समस्या से बाहर निकालना चाहती थी. बारबरा डेली बेकलैंड (Barbara Daly Bakeland) के अपने ही बेटे द्वारा मारे जाने के काफी वर्षों बाद भी वहां इस पर बहस छिड़ी हुई है.
51 वर्षीय सामाजिक महिला को उसके बेटे एंटनी(Antony) ने लंदन(London) स्थित घर में रसोई के चाकू से गोद कर मार दिया था. एंटनी(Antony)को अपराध स्थल पर पाया गया था. बारबरा(Barbara) बेटे के हमले के बाद तुरंत मर गई थी लेकिन उसकी मौत ने लोगों के जेहन में एक सवाल छोड़ दिया था कि भला एक बेटा अपनी मां को क्यों मारेगा.
यह सब तब शुरू हुआ जब एंटनी अपने माता-पिता के अलग होने के बाद अपनी अमेरिकी मां के साथ रहने लगा था. उसके पिता ब्रूक्स बेकलैंड का अपनी ही कंपनी ‘बेकलैंड प्लास्टिक’ के संस्थापक के पोते से अफेयर चल रहा था. तलाक के कुछ समय बाद, बारबरा को पता चला कि उसका 21 वर्षीय बेटा समलैंगिक है और उनके रिश्ते ने एक नया मोड़ ले लिया. उसकी मां ने कथित तौर पर उसे “ठीक” करने के प्रयास में वेश्या की मदद लेने का फैसला किया. बेटे एंटनी के साथ सोने के लिए उसकी मां ने वेश्या को काम पर रखा लेकिन जब यह तरीका विफल हो गया तो वो खुद उसके साथ सोने लगी. उस दौरान वो अपने बेटे को संबंध बनाने के लिए मना रही थी और जब वो नहीं माना तो उसके साथ जबरदस्ती करने लगी. हालांकि, इस दौरान एंटनी में पैरानॉयड सिज़ोफ्रेनिया के लक्षण पाए गए लेकिन उसके पिता ने उसे मनोचिकित्सकों से इलाज करने की अनुमति देने से इनकार कर दिया, जिनके बारे में उनका मानना था कि ये ‘पेशेवर रूप से अनैतिक काम’ था. उसके व्यवहार ने परिवार और दोस्तों के बीच चिंता पैदा कर दी थी. जब उसे अंततः एक डॉक्टर ने देखा, तो बारबरा को चेतावनी दी कि उसका बेटा किसी की हत्या भी कर सकता है लेकिन उसकी मां ने इन चेतावनियों को खारिज कर दिया. ठीक दो हफ्ते बाद एंटनी ने अपनी मां की हत्या कर दी थी. हत्या के बाद, एंटनी को ब्रॉडमूर अस्पताल में इलाज के लिए भर्ती कराया गया था. हालांकि यह घटना साल 1972 की है और 8 साल जेल में रहने के बाद साल 1980 में उनके बेटे को जेल से रिहा कर दिया गया था. समलैंगिकता को लेकर अभी भी इस मामले की चर्चा ब्रिटेन से लेकर अमेरिका तक होती है.