इंदौर। ईओडब्ल्यू (EOW) ने 11 साल पहले आईडीए (IDA) के रिटायर (Retire) हो चुके इंजीनियर (Engineer) के घर छापे ( Raid) की कार्रवाई कर उसकी करोड़ों (Crores) की संपत्ति (Property) का पता लगाया था। इस मामले में चालान भी पेश हो चुका है और कोर्ट (Court) में केस भी चल रहा है। इसी बीच ईओडब्ल्यू (EOW) ने उसकी संपत्ति (Property) अटैच करने के लिए कोर्ट में आवेदन लगाया था। कोर्ट से मंजूरी मिलने के बाद उसकी डेढ़ दर्जन से अधिक प्रॉपर्टियों को अटैच करने की कार्रवाई कल से शुरू हो गई। बची हुई प्रॉपर्टी को आज अटैच किया जा रहा है।
एसपी धनंजय शाह (SP Dhananjay Shah) ने बताया कि 2010 में ईओडब्ल्यू (EOW) ने आईडीए (IDA) के तत्कालीन इंजीनियर विमल गंगवाल (Vimal Gangwal) के घर छापे की कार्रवाई की थी। इसमें उसकी करोड़ों की संपत्ति का खुलासा हुआ था। इस मामले में कोर्ट में केस चल रहा है। ईओडब्ल्यू (EOW) मामले में चालान भी पेश कर चुका है। गंगवाल के पास आय से 118 प्रतिशत अधिक संपत्ति मिली थी। इसके बाद ईओडब्ल्यू ने कोर्ट में आवेदन देकर उसकी संपत्ति अटैच करने की अनुमति मांगी थी। दो दिन पहले अनुमति मिलने के बाद ईओडब्ल्यू ने कल डीएसपी अजय जैन (DSP Ajay Jain) के नेतृत्व में टीमें बनाईं और कल से उसकी संपत्ति अटैच करने की कार्रवाई शुरू की। इसमें उसका वसंत विहार स्थित बंगला, स्नेहलतागंज का बंगला, मेट्रो टॉवर की छह दुकानें, कृषि भूमि और कुछ फ्लैट हैं, जिनका पता छापे के दौरान चला था। इनमें से दस से अधिक संपत्तियों को कल अटैच कर दिया गया, जबकि बाकी की संपत्ति आज अटैच की जा रही है। बताते हैं कि तब इस संपत्ति का मूल्य डेढ़ करोड़ से अधिक आंका गया था। वर्तमान में यह संपत्ति करोड़ों की है। इसके पहले भी लोकायुक्त और ईओडब्ल्यू कुछ लोगों की संपत्ति अटैच करने की कार्रवाई कर चुका है, लेकिन तीन दर्जन से अधिक संपत्तियों अटैच करने का यह पहला ही मामला है।
दो पत्नी सहित चार आरोपी
पुलिस ने बताया कि इस मामले में ईओडब्ल्यू ने विमल गंगवाल के अलावा उसके पुत्र नितिन और दो पत्नियों को आरोपी बनाया था। इनके नाम से उसने कई प्रॉपर्टियां ले रखी हैं। इसके कारण उनको भी आरोपी बनाया गया है। बताते हैं कि आज सुबह फिर तीन टीमें बची हुई प्रॉपर्टी अटैच करने के लिए रवाना हो गई हैं।
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