ब्यूनस आयर्स: अर्जेंटीना की राजधानी ब्यूनस आयर्स (Buenos Aires) के पास नॉरडेल्टा शहर (Nordelta city) में पिछले कुछ दिनों से अचानक दुनिया के सबसे बड़े चूहों (rats) का आतंक फैल गया है. ये चूहे खुलेआम शहर की तमाम जगहों को गंदा कर रहे हैं और वहां पर सड़क हादसों की वजह भी बन रहे हैं. सैकड़ों की संख्या में आए ये चूहे लोगों की परेशानी का सबब बने हुए हैं. ये पालतू जानवरों (pets) को भी नुकसान पहुंचा रहे हैं.
दुनिया के सबसे बड़े चूहों का आतंक
दुनिया के इन चूहों को कैपीबरास (Capybaras) कहा जाता है. इनका साइंटिफिक नेम है, Hydrochoerus Hydrochaeris. नॉरडेल्टा में लोगों की आबादी करीब 40 हजार है. यहां पर ये चूहे आराम से घूम रहे हैं, जिनका आकार 4 फीट तक और वजन 79 किलोग्राम तक हो सकता है.
कैपीबरास यहां के बगीचों को बुरी तरह से गंदा कर रहे हैं और इनकी वजह से सड़कों पर हादसे हो रहे हैं. ये बगीचों में लगे फूलों और फलों को खराब कर रहे हैं. पालतू कुत्ते और बिल्लियां भी इनके हमले का शिकार हो रहे हैं.
घर वापस लेने के लिए नॉरडेल्टा आए
हालांकि इनके बारे में कहा जाता है कि ये हिंसक नहीं होते और पालतू जानवरों या इंसानों के प्रति इनका व्यवहार हिंसात्मक नहीं रहा है. पर्यावरणविदों के मुताबिक, दरअसल, कैपीबरास चूहे अपना घर वापस लेने के लिए नॉरडेल्टा आए हैं. इस शहर में इन चूहों का घर था जो लाखों डॉलर के प्रोजेक्ट की वजह से तबाह हो गया.
1990 के दशक में नॉरडेल्टा इकोलॉजी के मामले में बहुत खबसूरत था और कई तरह के जीवों का घर था. यहां पराना नदी के किनारे वेटलैंड था. पराना नदी, दक्षिण अमेरिका की दूसरी सबसे बड़ी नदी है. विकास के लिए शुरू किए गए प्रोजेक्ट्स की वजह से यहां कैपीबरास चूहों के घर बर्बाद हो गए.
“Wealthy real-estate developers with government backing have to destroy nature in order to sell clients the dream of living in the wild” https://t.co/Erm8yzDXcx
— Live Science (@LiveScience) September 5, 2021
इंसानों की घुसपैठ का नतीजा
लाइव साइंस की खबर के मुताबिक, अर्जेंटीना में पर्यावरण के लिए लड़ने वाले वकील एनरिक वियेल का कहना है कि ये एक साइकल की तरह है. नॉरडेल्टा ने चूहों के घरों को नुकसान पहुंचाया, घुसपैठ की. रियल एस्टेट डेवलपर्स ने सरकार के साथ मिलकर इनकी प्रकृति को बिगाड़ दिया. प्रकृति की गोद में इंसानों को सुंदर घर का सपना दिखाकर बिल्डर्स ने लोगों को यहां लाने की कोशिश की और जीवों को वहां से भागने पर मजबूर कर दिया.
एनरिक ने कहा कि लोग प्रकृति के बीच रहना तो चाहते हैं, लेकिन उन्हें वहां रह रहे जीवों के साथ नहीं रहना. उन्हें दुनिया के सबसे बड़े चूहे कैपीबरास अपने आसापास नहीं चाहिए. ये गलत है, लेकिन आप उन्हें उनके घर से नहीं भगा सकते. 1990 में नॉरडेल्टा बनना शुरू हुआ था. दो दशक में कैपीबरास यहां से गायब हो गए थे, लेकिन दशकों बाद ये अपना घर फिर से खोजने आए हैं. इनकी आबादी भी पिछले साल करीब 17 फीसदी बढ़ी है.
आबादी 3000 के आसपास
नॉरडेल्टा के आसपास करीब 400 कैपीबरास घूम रहे हैं. पर्यावरणविदों का मानना हे कि कैपीबरास की आबादी 3000 के आसपास हो सकती है. नॉरडेल्टा के निवासियों का कहना है कि चूहों को मारने से बेहतर है कि उन्हें किसी और जगह रहने स्थान दिया जाए. वह इंसानों के इलाके में आराम से घूम रहे हैं, जो खतरनाक है. कुछ स्थानीय लोगों ने ये भी कहा कि वो चूहों को गोली मार देंगे, हालांकि अभी तक ऐसी कोई घटना सामने नहीं आई है.
दूसरी तरफ एनवॉयरमेंट एक्टिविस्ट्स ने भी कैपीबरास चूहों को बचाने के लिए प्रदर्शन शुरू कर दिया है. वो कैपीबरास जैसे कपड़े पहनकर, हाथों में प्ले कार्ड लेकर प्रदर्शन कर रहे हैं. एक्टिविस्ट्स चाहते हैं कि सरकार कैपीबरास चूहों को सुरक्षित स्थान पर ले जाए, या यहीं रहने दे. नॉरडेल्टा चूहों का घर था, जहां इंसानों ने घुसपैठ की है. रिवाइल्डिंग अर्जेंटीना फाउंडेशन के बायोलॉजिस्ट और कंजर्वेशन डायरेक्टर सेबास्टियन डी मार्टिनो ने कहा कि नॉरडेल्टा बहुत संपन्न वेटलैंड है. इससे बर्बाद नहीं करना चाहिए.
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