भोपाल। भाई भतीजावाद को लेकर हमेशा कांग्रेस को निशाने पर रखने वाली भाजपा (BJP) अब मध्यप्रदेश में पार्टी संगठन के अंदर इसी तरह की गतिविधियों को लेकर सजग हो उठी है। प्रदेश और जिला स्तर पर संगठन में जिस तरीके से मंत्री और पार्टी पदाधिकारियों के रिश्तेदारों को जगह देकर सक्रिय कार्यकर्ताओं की उपेक्षा की गई है, इसको लेकर प्रदेश भर में सर्च ऑपरेशन (Search Operation) चलाया जाने वाला है। लगातार मिल रही शिकायतों को संज्ञान में लेते हुए राष्ट्रीय संगठन महामंत्री बीएल संतोष (National Organization General Secretary BL Santosh) ने प्रदेश संगठन महामंत्री से ऐसे सभी लोगों की पूरी जानकारी तलब की है। शिकायत में सतना व रीवा से भी जुड़े मामले होने के कारण यहां हड़कम्प मच गया है।
पहले हुई शिकायतों की अनदेखी
भाजपा अंदरखाने से मिली जानकारी के अनुसार अभी हाल में गठित रीवा भाजपा की जिला कार्यकारिणी में विधानसभा अध्यक्ष गिरीश गौतम के बेटे राहुल गौतम और पंचायत एवं ग्रामीण विकास राज्यमंत्री रामखेलावन पटेल की साली नीलू रावत को मंत्री बनाया गया है। इस नियुक्ति को लेकर रीवा में विवाद तो गरमाया ही है साथ ही इसकी शिकायत केन्द्रीय नेतृत्व से भी कर दी गई है। इसके अलावा केन्द्रीय नेतृत्व के पास पहले से पार्टी के प्रदेश पदाधिकारी के रिश्तेदार को आईसेल सहित प्रदेश कार्यकारिणी में जगह दिये जाने की शिकायतें पहलें ही हो चुकी है। जिसमें जबलपुर निवासी रिश्तेदार को प्रदेश कार्यकारिणी में स्थान दिये जाने का मामला तो काफी विवादित भी हो चुका है। इसमें भाजपा के शीर्ष नेतृत्व के रिश्तेदार का पत्ता भी कटा है। इसके पहले भी जिला अध्यक्षों की नियुक्तियों को लेकर शिकायतें केन्द्रीय नेतृत्व के पास पहुंचती रही है लेकिन इसे नियुक्तियों के दौरान होने वाला सामान्य विरोध मान कर अनदेखा कर दिया गया था।
राष्ट्रीय महामंत्री ने किया सवाल जवाब
लेकिन अब जिस तरीके से शिकायतें पहुंच रही हैं उसे लेकर राष्ट्रीय महामंत्री गंभीर हो गए हैं। उन्हें यह तक बताया गया है कि जिन्हें आईटी सेल का पदाधिकारी बनाया गया है उनके खुद के ट्विटर में फॉलोवर काफी कम हैं, वे कैसे पार्टी गतिविधियों को आगे बढ़ाएंगे। प्रदेश स्तर पर लगातार हो रहे विरोध को देखते हुए राष्ट्रीय संगठन महामंत्री बीएल संतोष ने इस मामले में प्रदेश संगठन के पदाधिकारी को तलब कर उनसे जानकारी ली। उनसे कहा गया कि संगठन में गैर उपयोगिता वाले लोगों और रिश्तेदारों को संगठन में जगह न देने के लिये पहले से निर्देश दिए गये थे तो क्यों ऐसा क्यों हुआ? क्या ये आपकी सहमति से किया गया है? सहमति संबंधी सवाल के जवाब में संगठन के प्रदेश पदाधिकारी साफ मुकर गए और स्पष्ट कर दिया कि इस संबंध में उन्हें कोई जानकारी नहीं है।
पूरा डिटेल मांगा गया
इस मुलाकात के दौरान ही प्रदेश संगठन के पदाधिकारी से केन्द्रीय संगठन महामंत्री संतोष ने कहा है कि प्रदेश में जिला स्तर पर और प्रदेश स्तर पर जिन-जिन रिश्तेदारों और गैर उपयोगी लोगों को रखा गया है उनका पूरा डिटेल भिजवाएं। नाराजगी का सबब यह है कि आगे चुनाव होने हैं और जिस तरीके से पार्टी संगठन के सक्रिय लोगों को नजर अंदाज किया जा रहा है उसके परिणाम अच्छे नहीं होंगे।
सुहाष भगत करेंगे जांच
बताया गया है कि केन्द्रीय नेतृत्व की सख्ती के बाद प्रदेश और जिला स्तर पर संगठन में वृहद सर्च ऑपरेशन चलाया जाएगा और इसकी पूरी निगरानी प्रदेश संगठन महामंत्री सुहाष भगत करेंगे। इस मामले में सतना और रीवा जिले से शिकायतों में लोगों के नाम होने के बाद यहां हड़कम्प मचा हुआ है। माना जा रहा है कि जिन मंत्रियों और पदाधिकारियों के रिश्तेदार इस सर्च ऑपरेशन में सामने आएंगे देर सवेर उनके पर काटे जा सकते हैं।
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