बैतूल। एक युवक ने डायल 100 को झूठी शिकायत कर दी कि गांव के तीन-चार लोगों ने हिरण का शिकार (deer hunting) कर उसका मांस खा लिया है। सूचना मिलते ही पुलिस (Betul Police) सक्रिय हुई और जांच-पड़ताल की तो पूरा मामला झूठा निकला। इस दौरान पुलिस द्वारा जिनकी शिकायत की गई थी उन्हें और शिकायतकर्ता को थाने बुलाकर समझाईश देकर रवाना कर दिया था लेकिन थाने से जाने के बाद जिनकी शिकायत की गई थी उन्होंने शिकायतकर्ता की जमकर पिटाई कर डाली जिससे उसकी मौत हो गई। पुलिस ने शव का पोस्टमॉर्टम करा परिजनों को सौंप दिया है। पुलिस ने पूछताछ के लिए कुछ संदिग्धों को भी पकड़ा है। यह घटना जिला मुख्यालय से करीब 62 किलोमीटर दूर स्थित मुलताई थाने के अंतर्गत आने वाले ग्राम बरई में घटित हुई।
बैतूल एसपी सिमाला प्रसाद ने बताया कि दोनों पक्ष नशे में धुत थे। घटना की वजह हिरण मारने की सूचना थी। दुर्गेश पेशे से ड्राइवर था। मामले में कुछ लोगों को पूछताछ के लिए थाने लाए हैं। हत्या का केस दर्ज कर जांच की जा रही है।
मुलताई एसडीओपी नम्रता सोंधिया ने बताया कि गुरुवार रात दुर्गेश (27) पिता हीरालाल गिरहारे ने डायल 100 को सूचना दी थी कि गांव में कुछ लोगों ने हिरण का शिकार किया है। इस सूचना पर दुर्गेश सहित ग्राम बरई के सरपंच विजय बोबड़े, पंचों व अन्य युवकों को थाने लाकर पूछताछ की गई। पता चला कि दुर्गेश ने झूठी शिकायत की है। इस पर दोनों पक्षों को समझाकर वापस भेज दिया गया था।
झूठी शिकायत करने पर पीटा
दुर्गेश की मां पार्वती बाई और पत्नी दुर्गा बाई ने बताया कि जब दुर्गेश शिकायत करने मुलताई गया था, तब गांव के मोहन, दयाराम, सुदामा अन्य साथियों के साथ घर में घुस गए। तीनों ने हमारे साथ मारपीट करते हुए दुर्गेश को जान से मारने की धमकी दी। परिवार वालों ने बताया कि सभी आरोपी दुर्गेश के वापस आने का इंतजार करने लगे। जैसे ही दुर्गेश वापस आया तो झूठी शिकायत करने का कहते हुए उसकी पिटाई शुरू कर दी जिससे उसकी हालत गंभीर हो गई। वह शुक्रवार तड़के 4 बजे उसे सरकारी अस्पताल मुलताई पहुंचे। यहां से बैतूल जिला अस्पताल रेफर कर दिया गया। परिजन उसे बैतूल ले जाने के बजाय तत्काल प्राइवेट क्लिनिक ले गए, जहां उसकी मौत हो गई।
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