ज्योतिष शास्त्र के मुताबिक ग्रह निरंतर अपनी राशि में परिवर्तन करते हैं। एक विशेष अवधि और चाल के अनुसार ये ग्रह एक राशि से दूसरी राशि में जाते हैं। इन ग्रहों की हलचल से ही सभी राशियां प्रभावित होती हैं। छह सितंबर दिन रविवार (Sunday) को कन्या राशि में मंगल का आगमन हो रहा है और तुला राशि में शुक्र आ रहे हैं। बीते एक-डेढ़ महीने तक मंगल सिंह राशि ()Leo sun sign में सूर्य के साथ थे। इस अवधि में वर्षा का मौसम होते हुए भी बेतहाशा गर्मी, उमस, विश्व में अग्नि का तांडव मचा रहा। जब सूर्य और मंगल सिंह राशि में एकसाथ बैठते हैं तो अग्निकांड,दावानल, भीषण गर्मी या रक्तपात जैसी घटनाएं होती हैं। मंगल छह सितंबर को प्रातः 3:58 बजे कन्या राशि में आएंगे।
यद्यपि कन्या राशि मंगल (Fortunate) की शत्रु राशि है, किंतु बीते दो माह से जारी प्रकृति में बदलाव एवं आगजनी हिंसा पर रोक की उम्मीद है। इसी के साथ शुक्र भी छह सितंबर को प्रातः 0:50 बजे तुला राशि में आ रहे हैं। तुला राशि शुक्र के स्वराशि है जिससे प्रकृति में खास बदलाव होंगे। कन्या राशि में मंगल छह सितंबर से 21 अक्टूबर तक जबकि शुक्र तुला राशि में छह सितंबर से दो अक्टूबर तक रहेंगे। इसी अवधि में विभिन्न राशियों पर प्रभाव इस प्रकार रहेगा।
मेष:
मेष राशि (Aries) वालों को मंगल और शुक्र का गोचर में अच्छा प्रभाव रहेगा। पद, प्रतिष्ठा और धन के योग निरंतर बनेंगे। मंगल कन्या राशि में आएंगे इसलिए मन थोड़ा अशांत रहेगा। क्रोध की भावना बढ़ेगी।
वृषभ:
वृषभ राशि (Taurus) के लिए यह समय अनुकूल है। यद्यपि मंगल जोश देने वाला है इसलिए आप का जोश बना रहेगा। कार्यों में निरंतर प्रगति होगी और तुला राशि में शुक्र का प्रभाव आपको नए प्रणय संबंधों की ओर अग्रसर करेगा। धन लाभ भी होगा।
मिथुन:
चतुर्थ भाव में मंगल और पंचम भाव में शुक्र का प्रभाव जीवन में कुछ कठिनाई लेकर आएगा। अनावश्यक विवाद में ना फंसे। धन का निवेश कम करें अथवा ना करें। धोखा होने की संभावना बनेगी।
कर्क:
कर्क राशि (Crab) वालों के लिए मंगल और शुक्र अच्छा लाभ देंगे। दोनों को ही चंद्रमा का मित्र माना गया है। किसी महिला के अथवा वरिष्ठ नागरिक के द्वारा धन लाभ के अवसर आएंगे। यात्रा भी कर सकते हैं।
सिंह:
सिंह राशि वालों के लिए मंगल और शुक्र का गोचर अद्भुत फल देगा। इच्छित फल की प्राप्ति होगी। काफी समय से चल रहे लंबित कार्य बनेंगे। प्रेमाकर्षण होगा। परिवार के कार्यों में सहभागिता करेंगे।
कन्या:
कन्या राशि में मंगल का आगमन एवं दूसरे भाव में शुक्र अच्छा फल देता है। इस गोचर की अवधि में आप उत्साह से भरे रहेंगे। जो भी कार्य करेंगे उनमें लाभ की गुंजाइश अधिक होगी। परिवार से तालमेल अच्छा रहेगा। किसी मित्र से अनबन हो सकती है। ध्यान रखें।
तुला:
तुला राशि वालों के लिए गोचर मिलाजुला फल रहेगा। यद्यपि धन लाभ के अवसर आएंगे,किंतु अनावश्यक खर्च बढ़ने से मन परेशान रहेगा। पत्नी का सम्मान करें। किसी वृद्ध महिला से भी आप को लाभ हो सकता है।
वृश्चिक:
वृश्चिक राशि वालों के लिए यह अवधि चमत्कारिक से काम करेगी। किसी नए अनुबंध पर कार्य होगा। व्यवसाय अथवा नौकरी पेशा वाले व्यक्ति अपने कार्य अपने क्षेत्र में अपना बेस्ट देने का प्रयास करेंगे। किंतु स्वास्थ्य का ध्यान रखें।
धनु:
धनु राशि वालों के लिए भाग्य और कर्म भाव में दोनों ग्रह आएंगे। आपके परिश्रम का पूर्ण परिणाम मिलेगा। इच्छित कार्य बनेंगे। घर में मंगल कार्यों का आयोजन होगा। धन का आगमन होगा। किसी वरिष्ठ पुरुष से आपको विशेष कार्य में योगदान मिलेगा।
मकर:
मकर राशि वालों के लिए दोनों ग्रहों के गोचर अवधि मिली-जुली फलदाई रहेगी। लाभ हानि का अनुपात बराबर होगा। यद्यपि धन आगमन के नए नए स्रोत बन सकते हैं। किंतु धन के अनावश्यक खर्च करने से अभाव सा महसूस रहेगा।
कुंभ:
अष्टम भाव में मंगल का गोचर और भाग्य भाव में शुक्र का गोचर अच्छा प्रभाव देंगे किंतु चोट आदि से सावधान रहना पड़ेगा। भाइयों से संबंध मधुर रखें। समाज में प्रतिष्ठा बढ़ेगी। धन का आगमन होता रहेगा।
मीन:
मीन राशि वालों के लिए इन दोनों ग्रहों का गोचर बहुत लाभ लेकर आ रहा है। परिवार में मंगल कार्यों का होना। धन का आगमन और प्रतिष्ठा बढ़ेगी। किंतु अनावश्यक विवाद से बचना होगा।
नोट– उपरोक्त दी गई जानकारी व सूचना सामान्य उद्देश्य के लिए दी गई है। हम इसकी सत्यता की जांच का दावा नही करतें हैं यह जानकारी विभिन्न माध्यमों जैसे ज्योतिषियों, धर्मग्रंथों, पंचाग आदि से ली गई है । इस उपयोग करने वाले की स्वयं की जिम्मेंदारी होगी ।
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