कांग्रेस का सवाल-भेदभाव कर रहा है प्रशासन…हिन्दू नेताओं के प्रदर्शन में अज्ञात बताकर मुकदमा दर्ज किया?
इंदौर। मौन रैली (Silent Rally) निकाल रहे कांग्रेसियों (Congressmen) पर लाठीचार्ज और वॉटर केनन (Water Cannon) के प्रयोग के बाद गुस्साए कांग्रेसी आज डीआईजी से मिलने पहुंचे और कल की कार्रवाई को भेदभावपूर्ण बताया और कहा कि हिन्दू जागरण मंच (Hindu Jagran Manch) के कार्यकर्ताओं ने इतनी बड़ी संख्या में प्रदर्शन किया और उन पर नामजद कार्रवाई करने के बजाय अज्ञात के खिलाफ प्रकरण दर्ज किया गया, जो गलत है। उन्होंने पुलिस प्रशासन (Police Administration) पर भेदभाव का आरोप भी लगाया।
कल कलेक्टर कार्यालय (Collector’s Office) पर हुए प्रदर्शन के दौरान कांग्रेस कार्यकर्ताओं (Congress workers) पर हुए लाठीचार्ज और वॉटर केनन के प्रयोग के बाद इंदौर से लेकर भोपाल तक इस घटना की आलोचना हुई। कांग्रेस नेताओं का कहना था कि हम जब शांतिपूर्ण तरीके से मौन रैली निकालकर त्योहार (Festival) मनाने की अनुमति देने की मांग कर रहे थे तो प्रशासन ने हमारे ऊपर लाठीचार्ज क्यों किया?, जबकि प्रशासन का कहना है कि कार्यकर्ता बैरिकेड्स पार कर कलेक्टर कार्यालय में घुसने की कोशिश कर रहे थे। इसी को लेकर आज कांग्रेस के प्रमुख नेता डीआईजी मनीष कपूूरिया (DIG Manish Kapooria) से मिलने पहुंचे। सबसे पहले विधायक संजय शुक्ला (Sanjay Shukla), राजेश चौकसे, चिंटू चौकसे, जिलाध्यक्ष सदाशिव यादव पहुंचे। नगर अध्यक्ष विनय बाकलीवाल हैदराबाद में होने के कारण विधायकों ने ही प्रतिनिधि मंडल की अगुवाई की। पूर्व विधायक सत्यनारायण पटेल भी कार्यकर्ताओं के साथ डीआईजी ऑफिस पहुंचे। सबसे आखिर में जीतू पटवारी भी पहुंचे। खबर लिखे जाने तक पुलिस अधिकारियों और कांग्रेस नेताओं में चर्चा चल रही थी। वहीं कांग्रेस के इम्तियाज बेलिम और धर्मेन्द्र गेंदर को भी ज्ञापन भी एक कापी देकर भोपाल रवाना किया है, जहां वे ये गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा को ज्ञापन सौपेंगे।
विधायकों को छोड़ा और कार्यकर्ताओं पर मुकदमा
कल के प्रदर्शन के दौरान कांग्रेस (congress) के पदाधिकारियों के साथ-साथ कार्यकर्ताओं पर मुदकमा दर्ज किया गया है। इसके साथ ही शासकीय कार्य में बाधा पहुंचाने की धारा भी पुलिस द्वारा लगाई गई है, जबकि विधायक जीतू पटवारी और संजय शुक्ला (Sanjay Shukla) पर इस मामले में प्रकरण दर्ज नहीं किया है। पटवारी ने आज अधिकारियों से बातचीत के दौरान कहा कि अगर प्रकरण दर्ज करना है तो हम पर भी करें, नहीं तो दूसरी धाराएं समाप्त करें।
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