मुंबई । केंद्रीय मंत्री (Union Minister) नारायण राणे (Narayan Rane) द्वारा महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे (CM Uddhav Thackeray) को थप्पड़ मारने से जुड़े कथित बयान पर भड़के हुए शिवसैनिकों (Shiv Sainiks) ने मुंबई (Mumbai) में जूहू स्थित राणे के घर के बाहर (Outside Rane’s house) जमकर हंगामा (Ruckus) किया।
दरअसल, वहां सुबह से भाजपा कार्यकर्ताओं का जमावड़ा लगा था। इस बीच, शिवसेना के कार्यकर्ता भी वहां पहुंचने लगे। हालात को संभालने के लिए वहां पर काफी संख्या में पुलिसकर्मी तैनात थे, पर दोनों दलों के कार्यकर्ताओं के बीच झड़प और टकराव की स्थिति देखने को मिली। ऐसे में पुलिस को वहां हल्का-फुल्का लाठीचार्ज करना पड़ा। इस दौरान पत्थरबाजी भी हुई, जिसमें दो पुलिस वालों के सिर में चोट लगी।
शिवसेना के कार्यकर्ताओं ने नासिक में भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के दफ्तर पर पथराव कर दिया, वहीं सांगली में शिवसैनिकों ने राणे से जुड़े पोस्टर पर कालिख फेंकी, जबकि दादर में उन्हें मुर्गी चोर बताने से जुड़ा एक बैनर भी लगवाया। बता दें कि करीब पांच दशक पहले चेंबूर में राणे ‘पॉल्ट्री’ की दुकान चलाते थे।
नासिक के पुलिस आयुक्त दीपक पांडे ने मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे के खिलाफ आपत्तिजनक बयान देने के मामले में मंगलवार को केन्द्रीय मंत्री नारायण राणे की तत्काल गिरफ्तारी के आदेश जारी किए। राणे के खिलाफ महाराष्ट्र के उत्तरी शहर में प्राथमिकी दर्ज होने के बाद उन्होंने यह आदेश जारी किए। वैसे, पत्रकारों से राणे ने सीएम ठाकरे पर आपत्तिजनक भाषा के इस्तेमाल पर दर्ज मामले को लेकर बताया कि उन्हें इस बारे में कोई जानकारी नहीं है। वह इस दौरान बोले, “मैं कोई छोटा मोटा आदमी नहीं हूं। केंद्रीय मंत्री हूं।”
इसी बीच, शिवसेना के सांसद विनायक राउत ने पीएम मोदी को इस पूरे मसले पर खत लिखा है। उन्होंने ठाकरे पर केंद्रीय मंत्री की टिप्पणी को लेकर पीएम से उन्हें केंद्रीय मंत्री के पद से हटाने की मांग की है, वहीं एनसीपी के नेता नवाब मलिक ने ठाकरे पर राणे की टिप्पणी को समूचे महाराष्ट्र का अपमान करार दिया। आरोप लगाया कि जैसे बंगाल में हुआ, बीजेपी यहां भी वही करना चाहती है। उधर, भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की महाराष्ट्र इकाई के अध्यक्ष चंद्रकांत पाटिल ने केन्द्रीय मंत्री नारायण राणे के राज्य के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे को थप्पड़ मारने संबंधी कथित बयान से खुद को अलग कर लिया, लेकिन साथ ही कहा कि वह मंत्री के बयान पर खेद प्रकट नहीं करेंगे।
क्या है पूरा मामला?: दरअसल, राणे ने रायगढ़ जिले में सोमवार को ‘जन आशीर्वाद यात्रा’ के दौरान कहा था, ‘‘यह शर्मनाक है कि मुख्यमंत्री को यह नहीं पता कि आजादी को कितने साल हुए हैं। भाषण के दौरान वह पीछे मुड़ कर इस बारे में पूछते नजर आए थे। अगर मैं वहां होता तो उन्हें एक जोरदार थप्पड़ मारता।’’ महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री रह चुके राणे पहले शिवसेना में थे, जो बाद में कांग्रेस में और फिर, 2019 में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) में शामिल हो गए।
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