उज्जैन। विद्युत वितरण कंपनी ने उपभोक्ताओं की समस्या के निदान के लिए अपना हेल्प लाईन नंबर 1912 जारी कर रखा है। इसके जरिये किसी भी तरह की समस्या आने पर उपभोक्ता को संपर्क का कहा जाता है। लोग जब इस पर शिकायत के लिए फोन लगाते हैं तो उस पर सुनवाई नहीं हो रही। मनमाने हजारों के बिजली बिल से परेशान लोगों को सीएम हेल्पालाइन तक शिकायत करना पड़ रही है।
बिजली विभाग ने अपने उपभोक्ताओं की समस्या दूर करने के लिए हेल्प लाईन नंबर 1912 को जारी कर रखा है। इससे उपभोक्ता खुश नहीं हैं। उनका कहना है कि इससे तो पहले वाली व्यवस्था बेहतर थी जिसमें संबंधित झोन को लेंडलाईन पर फोन लगाया जाता था और समस्या दर्ज हो जाती थी। जब से बिजली विभाग ने 1912 हेल्प लाईन शुरु की है, तब से शिकायत दर्ज कराने में परेशानी आने लगी है। कल रात भी पुराने शहर में तीन बार 15-15 मिनिट का ब्लेक आउट हुआ। इसके बाद लोगों ने जब हेल्प लाईन नंबर पर फोन लगाया तो कोई सुनवाई नहीं हुई। इधर पिछले एक महीने से बिजली उपभोक्ताओं को विभाग हर महीने हजारों के बगैर रीडिंग वाले एवरेज बिल भेज रहा है। इतना ही नहीं कई उपभोक्ताओं को जिलों में सुरक्षा निधि के नाम पर हर माह 6 हजार से अधिक की राशि जोड़कर दी जा रही है। पुराने शहर की दुर्गा कॉलोनी में रहने वाले विकास उपाध्याय ने 95 हजार रूपये का बिजली का बिल आने के बाद विभाग में सुनवाई नहीं होने पर सीएम हेल्पालाइन तक शिकायत की है। वहीं कांग्रेस भी पिछले एक महीने में बिजली विभाग की मनमानी के खिलाफ धरने प्रदर्शन व आंदोलन करती आ रही है। इसके बावजूद लोगों की सुनवाई नहीं हो रही है। आज सुबह से बहादुरगंज क्षेत्र में बार-बार बिजली गुल होती रही।
सवाल ज्यादा, निदान नहीं
1912 हेल्प लाईन पर उपरोक्त सवालों में से ज्यादातर उपभोक्ता एक भी सवाल का जवाब अगर चूकते हैं तो उनकी समस्या का निदान नहीं हो पाता। यही कारण है कि उपभोक्ताओं को इस हेल्प लाईन से बराबर मदद नहीं मिल पा रही। लोगों का कहना है कि इससे तो पहले वाली व्यवस्था बेहतर थी। जब विद्युत संबंधी कोई भी समस्या आती तो ऐरिये के झोन को फोन लगाते थे।
झोन पर जाना पड़ रहा लोगों को
उपरोक्त समस्याओं के निदान के लिए अंत में उपभोक्ता को शिकायत दर्ज कराने के लिए अपने ऐरिया के झोन कार्यालय जाना पड़ता है। वर्तमान में वैसे ही भारी भरकम बिजली बिलों की राशि कम करवाने के लिए उपभोक्ताओं की भीड़ पड़ रही है। ऐसे में समस्या वाले लोगों के कारण इसमें और इजाफा हो रहा है।
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