नई दिल्ली। केंद्रीय विदेश राज्यमंत्री मीनाक्षी लेखी (Meenakshi Lekhi) ने कहा कि भारत (India) वैश्विक शांति (Global peace) की कामना करता (Wishes) है। वह अफगानिस्तान में चल रहे संकट (Afghan crisis) के बारे में सोमवार को मीडिया के सवालों का जवाब दे रही थीं।
अपनी ‘जन आशीर्वाद यात्रा’ की शुरुआत के बाद पार्टी की दिल्ली इकाई के कार्यालय में एक संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए मीनाक्षी ने कहा, “भारत वैश्विक शांति की कामना करता है और चाहता है कि हर देश शांति से आगे बढ़े। यही हमारी इच्छा है।”
जहां भाजपा नेताओं ने अफगानिस्तान संकट पर टिप्पणी करने से इनकार कर दिया, वहीं एक वरिष्ठ पदाधिकारी ने कहा कि सरकार का जो भी रुख होगा, वही पार्टी का रुख होगा।
पार्टी के एक अन्य नेता ने कहा कि भारत सरकार को देश के हितों की रक्षा के लिए सभी आवश्यक कदम उठाने चाहिए।
इस बीच आईं खबरों के मुताबिक, सोमवार को काबुल हवाईअड्डे पर कम से कम पांच लोगों की मौत हो गई और तीन स्टोवावे की एक विमान से गिर जाने से मौत हो गई। अराजक स्थिति के बीच हजारों अफगान नागरिक देश से बाहर जाने की कोशिश कर रहे हैं।
अफगानिस्तान के नागरिक उड्डयन प्राधिकरण की ओर से सोमवार को जारी एक बयान में कहा गया है कि तालिबान के कब्जे से व्यापक अराजकता के मद्देनजर काबुल में हामिद करजई अंतर्राष्ट्रीय हवाईअड्डे से सभी वाणिज्यिक उड़ानें रद्द कर दी गई हैं।
अफगानिस्तान नागरिक उड्डयन प्राधिकरण ने यह देखते हुए कि अराजक स्थिति में हवाईअड्डे पर यात्रियों की भारी भीड़ लूटपाट और अन्य अव्यवस्थित स्थिति का कारण बन सकती है, एक बयान में सामान्य स्थिति की जल्द बहाली की उम्मीद व्यक्त की।
इस बीच तालिबान ने एक बयान में काबुल के निवासियों से कहा कि उनका जीवन और संपत्ति सुरक्षित है और वे अपना काम जारी रख सकते हैं।
पश्चिम समर्थित सरकार के गिरने के बाद तालिबान रविवार को राजधानी में घुस गया और राष्ट्रपति अशरफ गनी देश से भाग गए, जिससे दो दशक के अभियान का आश्चर्यजनक अंत हो गया, जिसमें अमेरिका और उसके सहयोगियों ने देश को बदलने की कोशिश की थी।
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