नई दिल्ली। संसद के मानसून सत्र (Monsoon Session) के दौरान राज्यसभा (Rajya Sabha) में मेज पर चढ़कर रूल बुक फेंकने वाले कांग्रेस सांसद प्रताप सिंह बाजवा (Pratap Singh Bajwa) अपने किए पर माफी नहीं मांगना चाहते। उनका कहना है कि हर मामले में वह ही क्यों माफी मांगें। उनका यह बयान राज्यसभा स्पीकर वेंकैया नायडू के बयान के एक दिन बाद आया है, जब उन्होंने भावुक होकर कहा था कि संसद में हंगामे के कारण उन्हें रातभर नींद नहीं आ पाई।
कांग्रेस सांसद प्रताप सिंह बाजवा ने मीडिया से कहा, ‘हम ही क्यों माफी मांगें? लोग 20 महीने से आंदोलन कर रहे हैं। हम चाहते हैं कि उनकी आवाज को सुना जाए। मैं ही क्यों माफी मांगू। वे जो करना चाहते हैं, उन्हें करने दीजिए।’
वहीं एक अन्य मीडिया संस्थान से उन्होंने कहा, ‘100 फीसदी मुझे इसका पछतावा नहीं है। आप मुझे जेल में डालिए, मुझे गोली मार दीजिए। लेकिन मैं ऐसा 100 बार करूंगा जब तक किसानों की आवाज को सुना नहीं जाएगा।’
इस दौरान प्रताप सिंह बाजवा एक मेज के ऊपर चढ़ गए थे और उन्हें कुर्सी पर एक आधिकारिक फाइल फेंकते देखा गया। राज्यसभा अध्यक्ष की कुर्सी के नीचे विपक्षी दलों के कई सदस्य उस मेज पर खड़े थे जहां संसदीय कर्मचारी बैठते हैं। कुछ को डेढ़ घंटे से अधिक समय तक मेजों पर बैठे देखा गया, जिसके दौरान कार्यवाही कई बार स्थगित की गई।
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