अक्सर हम अपने बच्चों के लिए वो चीज़ें ही चुनते हैं, जो हमें नरम और चिकनी लगती हैं। आपको जानकर हैरानी होगी कि बच्चे के लिए हर वो चीज़ अच्छी नहीं होती, जो सॉफ्ट हो। कम से कम बेड (Soft bed is not good for baby) के मामले में तो ऐसा ही है। एक्सपर्ट्स ने ये बात मानी है कि बच्चों को बिस्तर पर सुलाना (Soft Mattress is dangerous for baby) उनके लिए खतरनाक हो सकता है। ये उनकी जान को खतरे में जानने जैसा है।
छोटे बच्चों में Rebreathing की समस्या आसानी से पैदा हो सकती है। छोटे होने की वजह से कोई भी सॉफ्ट चीज़ उनकी सांस लेने की प्रक्रिया में बाधा डाल सकती है। खास तौर पर उन्हें अपनी ही छोड़ी हुई सांस को दोबारा नाक के ज़रिये अंदर लेने से ऑक्सीन की कमी हो सकती है। ऐसे में सॉफ्ट बिस्तर पर सुलाने के बजाय बच्चों को कॉट मैट्रेस पर सुलाना ज्यादा ठीक होता है। ताकि उनकी सांस लेने की प्रक्रिया में कोई बाधा न पड़े।
क्यों परफेक्ट होती है कॉट मैट्रेस ?
वहीं Cot Mattress की बात करें तो ये थोड़ी हार्ड होती है, जिससे बच्चे के आस-पास किसी तरह का घेरा बनने की आशंका खत्म हो जाती है और बच्चे की सांस में बाधा नहीं पड़ती। यानि अगर बच्चे को अपने पास सुलाना है, तो पहले गद्दे के लेवल की जांच कर लेनी ज़रूरी है। बच्चों की नींद को लेकर बनाए गए इस वीडियो TikTok को 1 लाख बार देखा जा चुका है और सैकड़ों लोग इस पर कमेंट भी कर चुके हैं। इस अकाउंट के ज़रिये लोगों को बताया गया है कि वे आराम छोड़कर थोड़ा कड़े गद्दे पर बच्चों को सुलाएं। इतना ही नहीं एक्सपर्ट ने ये भी कहा है कि बच्चे के साथ सोने में भी इस बात का ख्याल रखा जाना चाहिए कि उसे सांस लेने के लिए पर्याप्त ऑक्सीजन (oxygen) मिल सके।
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