नई दिल्ली। सरकार कॉरपोरेट क्षेत्र के उम्मीद से बेहतर प्रदर्शन के सहारे चालू वित्त वर्ष में ‘बहुत मजबूत’ कर राजस्व की उम्मीद कर रही है। राजस्व सचिव तरुण बजाज ने यह बात बुधवार को भारतीय उद्योग परिसंघ (सीआईआई) के एक सत्र के दौरान कही।
बजाज ने कहा कि जीएसटी परिषद उन दरों को कम करने के लिए समाधान पर ध्यान देगी जो बहुत ज्यादा है। साथ ही करमुक्त श्रेणी से कुछ वस्तुओं को बाहर निकालेगी और उल्टी शुल्क संरचना को ठीक करेगी। उन्होंने कहा कि जीएसटी की ऊंची दरें मोटर वाहन क्षेत्र को प्रभावित कर रही हैं।
राजस्व सचिव ने सीआईआई के वार्षिक सत्र को वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए संबोधित करते हुए कहा कि जब मैं वर्तमान पहली तिमाही को देखता हूं तो परिणाम आने शुरू हो गए हैं। उन्होंने कहा कि (कर) राजस्व भी आने लगे हैं। पहला अग्रिम कर समाप्त हो गया है, टीडीएस की तारीख आ रही है और जा रही है, मुझे एक बहुत ही मजबूत कर राजस्व आते दिखाई दे रहा है।
बजाज ने कहा कि ऐसा नहीं है कि हमने करों में बढ़ोतरी की है, या हम ज्यादा दखल दे रहे हैं और हम आपसे अधिक करों का भुगतान करने के लिए कह रहे हैं। उन्होंने कहा कि इस चीज के पीछे अच्छी बात यह है कि शायद कॉरपोरेट क्षेत्र हमारी उम्मीद से बेहतर प्रदर्शन कर रहा है, जो अर्थव्यवस्था के लिए बहुत अच्छी बात है।
राजस्व सचिव ने कहा कि चालू वित्त वर्ष की पहली तिमाही (अप्रैल-जून) में शुद्ध प्रत्यक्ष कर संग्रह 2.46 लाख करोड़ रुपये से ज्यादा रहा, जबकि पिछले वित्त वर्ष (2020-21) की इसी अवधि के दौरान 1.17 लाख करोड़ रुपये से अधिक का संग्रह हुआ था। वहीं चालू वित्त वर्ष की जून तिमाही में शुद्ध अप्रत्यक्ष कर (जीएसटी और गैर-जीएसटी) राजस्व संग्रह 3.11 लाख करोड़ रुपये था। पहली तिमाही के दौरान शुद्ध जीएसटी संग्रह 1.67 लाख करोड़ रुपये से अधिक था, जो पूरे 2021-22 वित्तीय वर्ष के लिए 6.30 लाख करोड़ रुपये के बजट अनुमान का 26.6 फीसदी है।
उल्लेखनीय है कि शुद्ध जीएसटी संग्रह में केंद्रीय जीएसटी, एकीकृत जीएसटी और मुआवजा उपकर शामिल है। (एजेंसी, हि.स.)
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