नई दिल्ली। स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन का कहना है कि कोरोना की तीसरी लहर से निपटने के लिए सरकार पीएसए प्लांट लगवा रही है। वहीं आईसीयू और वेंटिलेटर बेड बढ़ाने पर काम तेजी से चल रहा है। दिल्ली सरकार के अस्पतालों में बुनियादी स्वास्थ्य ढ़ांचा बढ़ाने पर सबसे अधिक जोर है।
बृहस्पतिवार को भारतीय वाणिज्य एंव उद्योग मंडल (एसोचैम) द्वारा आयोजित एक वर्चुअल सत्र में स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि सरकार ने दूसरी लहर के अनुभव से सीखा ली है और किसी भी संभावित लहर से निपटने के लिए सभी आवश्यक उपाय कर रही है। उन्होंने बताया कि आगामी लहर के लिए 37 हजार से अधिक बिस्तरों की व्यवस्था की जा रही है।
स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन ने कहा कि अगली लहर के खिलाफ अपनी योजना को भी सार्वजनिक किया है। अगर कोविड की सकारात्मकता दर अब 5 प्रतिशत तक जाती है तो हम बिना किसी देरी के तत्काल लॉकडाउन के लिए जाएंगे। उन्होंने स्पष्ट तौर पर कहा कि संक्रमण दर बढ़ने के बाद किसी भी तरह की लापरवाही नहीं बरती जाएगी।
तीन फीसदी से अधिक दर होने पर अलर्ट जारी होगा। फिलहाल यह दर 0.09 फीसदी के आसपास है। उन्होंने यह भी कहा कि सिर्फ ऑक्सीजन और इसे प्राप्त करने के लिए लॉजिस्टिक की कमी की वजह से चुनौतयों का सामना करना पड़ा, लेकिन अब 50 से अधिक ऑक्सीजन प्लांट पहले ही बना दिए हैं। इसके आलावा और भी कई ऑक्सीजन प्लांट बनाए जाएंगे ताकि ऐसी समस्या का फिर से न उठे।
डॉक्टरों से अस्थायी अस्पतालों के बारे में भी चर्चा करते हुए कहा कि छतरपुर, संत निरंकारी कॉलोनी, रामलीला मैदान में बनाए गए अस्थायी अस्पतालों को अब आईसीयू और वेंटिलेटर से लैस किया जा रहा है जिनकी संख्या 1200 से अधिक है। इनके अलावा दिल्ली सरकार अधिक चिकित्सा कर्मचारियों और विभिन्न धाराओं से संबंधित डॉक्टरों को भी प्रशिक्षण दे रही है।
अब तक एक करोड़ से ज्यादा लोग टीकाकरण करवा चुके हैं। हर दिन तीन से चार लाख लोगों का टीकाकरण करने की क्षमता विकसित हो चुकी है। उन्होंने कहा कि यूके और यूएस में मामले फिर से बढ़ रहे हैं, इसलिए इस समय कोरोना से ध्यान नहीं हटाना चाहिए।
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