नई दिल्ली। पिछले दो साल से पांच अगस्त की तारीख ऐतिहासिक फैसलों की साक्षी रही है। सबसे पहले 5 अगस्त 2019 को केंद्र सरकार ने जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटाकर उसे दो केंद्रशासित प्रदेशों में बांट दिया। इस फैसले ने घाटी में अलगाववाद की हवा निकाल दी। पाकिस्तान के इशारे पर निकलने वाले देश विरोधी सुर काफी हद तक बंद हो गए। आए दिन सुर्खियों में रहने वाले पत्थरबाज भी कहीं गायब हो गए। इसके एक साल बाद यानी 5 अगस्त 2020 को अयोध्या में भव्य राम मंदिर का भूमिपूजन किया गया। सुप्रीम कोर्ट के ऐतिहासिक फैसले के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंदिर की नींव रखी। सूत्रों की मानें, तो वर्ष 2023 के अंत तक मंदिर के दरवाजे आम लोगों के लिए खोल दिए जाएंगे।
पहले जानतें हैं कि अनुच्छेद-370 हटाने के बाद जम्मू-कश्मीर में क्या-क्या बदला?
सबसे बड़ा बदलाव यह आया कि अब कश्मीर में जगह-जगह तिरंगा फहरा रहा है। सरकारी भवनों से लेकर सहरद तक लहराता तिरंगा पाकिस्तान समेत दुनिया को संदेश दे रहा है। राष्ट्रीय पर्व पर गांव-गांव तिरंगा फहरने के साथ राष्ट्रगान गाया जाने लगा। पहले यहां तिरंगा उठाने से लोग घबराते थे।
पांच अगस्त 2019 के बाद हुर्रियत की ओर से कश्मीर के किसी कोने से पाक परस्ती की आवाज नहीं उठी। न कोई मजलिस हुई और न ही पाकिस्तान के झंडे लहराए गए। हवा के बदले रुख को भांप अलगाववादी खेमे सैयद अली शाह गिलानी और मीरवाइज उमर फारूक की ओर से भी बंद का आह्वान नहीं किया गया। कुछ मौकों पर अलगाववादियों की ओर से बंद के पोस्टर चस्पा किए गए, लेकिन आम कश्मीरियों ने इसे कोई तवज्जो नहीं दी। युवाओं का अब पूरा ध्यान अपने करिअर पर है।
बदलावों के बीच ही सरकार ने पाकिस्तान परस्त लोगों पर जबर्दस्त शिकंजा कसा। अलगाववादियों, आतंकवादियों से साठगांठ तथा पाकिस्तान के इशारे पर काम करने वाले सरकारी कर्मचारियों को बर्खास्त करना शुरू किया। इसी कड़ी में हिजबुल मुजाहिदीन सरगना सैयद सलाहुद्दीन के दो बेटों की सरकारी सेवा समाप्त कर दी गई। हिजबुल आतंकी के साथ गिरफ्तार डीएसपी दविंदर सिंह को भी बर्खास्त कर दिया गया।
अनुच्छेद 370 हटाए जाने के बाद से लगभग हर दिन आतंकियों के लिए काल साबित हो रहा है। पिछले दो वर्षों में घाटी में 130 टॉप कमांडरों समेत 459 आतंकियों को मार गिराने में सुरक्षाबलों को सफलता प्राप्त हुई है। सुरक्षाबलों की सख्ती से 149 आतंकियों ने या तो सरेंडर किया है या वे जिंदा पकडे़ गए हैं।
अनुच्छेद-370 हटने के बाद पाकिस्तान इतना बौखला गया कि सरहद पर हर रोज सीजफायर तोड़ने लगा। हालांकि, पाकिस्तान की यह हिमाकत डेढ़ साल में ही हांफ गई। पड़ोसी मुल्क की बौखलाहट का अंदाजा इस बात से लगाया जा सकती है कि 2018 में पाकिस्तान ने सीमा पर 1800 बार गोलाबारी की। अगस्त 2019 में जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटा तो पाकिस्तान ने सीजफायर को बड़े स्तर पर तोड़ा।
2019 में सरहद पर 3200 बार गोलाबारी की गई। इसमें से अगस्त 2019 से लेकर 31 दिसंबर 2019 तक ही 1400 बार सीजफायर का उल्लंघन किया गया। यही नहीं अगले साल 2020 में पाकिस्तान ने सारी हदें तोड़ दीं, 5100 साल बार गोलाबारी की गई।
अब बात करते हैं अयोध्या में बन रहे राम मंदिर की
सालों से मंदिर-मस्जिद के विवाद में उलझे मामले में सुप्रीम कोर्ट ने 9 नवंबर 2019 को श्रीराम जन्मभूमि के पक्ष में फैसला सुनाया। इसके बाद 5 अगस्त को प्रधानमंत्री ने मंदिर का भूमि-पूजन कर मंदिर निर्माण की नींव रखी। इसकी पहली वर्षगांठ पर मंदिर को लेकर चल रही तैयारी जमीन पर नजर आने लगी है। मंदिर के नींव की 24 लेयर तैयार हो गई हैं और 25वीं पर काम चल रहा है। इस दिन को खास बनाने के लिए उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ अयोध्या पहुंच रहे हैं। वे भूमिपूजन की वर्षगांठ पर राममंदिर में आयोजित विशेष अनुष्ठान में शामिल होकर रामलला की पूजा-अर्चना करेंगे।
©2024 Agnibaan , All Rights Reserved