वैसे तो हिन्दू धर्म में स्त्री को घर की लक्ष्मी (Laxmi) का दर्जा दिया गया है। यहां तक कि अगर किसी घर में बच्ची का जन्म होता है तो यही कहा जाता है कि घर में लक्ष्मी जी का आगमन हो गया है। जबकि शादी के बाद जब घर की बहू घर में प्रवेश करती है तो उसे भी घर की लक्ष्मी का दर्जा दिया जाता है। सामुद्रिक शास्त्र (oceanography) में सौभाग्यशाली महिलाओं की कुछ विशेषताएं बतायी गयी हैं। ज्योतिष विद्या के मुताबिक व्यक्ति के हाथ-पैर (hands and feet) देख कर भी उसके व्यवहार तथा भूत, भविष्य व वर्तमान का सहज ही अंदाजा लगाया जा सकता है। इसके लिए आपको केवल उसके पैर के तलवों की बनावट तथा कुछ खास बातों पर ध्यान देना चाहिए। बताते हैं कि जिस तरह हाथ की रेखाएं व्यक्ति की आर्थिक स्थिति, करियर, पारिवारिक जीवन, रिश्तों आदि के बारे में बताती हैं, वैसे ही पैर के तलवे की रेखाएं और निशान भी कई राज खोलती हैं।
हस्तरेखा शास्त्र और समुद्र शास्त्र में भगवान विष्णु के पगतल में मौजूद रेखाओं और चिह्नों के बारे में बताया गया है। ये शुभ चिह्न भगवान राम, श्रीकृष्ण, भगवान महावीर, गौतम बुद्ध आदि के चरणों के तलवों में भी थे। यदि ये चिह्न किसी व्यक्ति के पैर में हों तो वह बहुत ही सौभाग्यशाली होता है।
यदि पैर के निचले भाग के हिस्से के बीच से कोई रेखा मध्यमा उंगली तक जाए तो ऐसे लोगों को जिंदगी में सारे सुख मिलते हैं।
यदि पैर की सबसे छोटी उंगली किनारे से थोड़ा सा नीचे ऊपर की ओर उठी हुई हो तो वह व्यक्ति भोग विलास में रुचि लेने वाला होता है इन लोगों को समाज में मान-सम्मान मिलता है। वहीं तलवे के बीच में गोल आकृति बन रही हो तो इसे अक्षय धन रेखा कहते हैं।
जबकि दोनों पैरों को मिलाने पर तलवे के बीच में गोल आकृति बने तो भी व्यक्ति के पास बहुत धन-दौलत मिलती है। तलवे में शंख, चक्र या मछली का निशान होना व्यक्ति को यश दिलाता है।
बताते है जिन लोगों के पैर में घोड़ा, हाथी, पर्वत, रथ का निशान हो तो ये लोग बहुत ऊंचा पद पाते हैं जैसे बड़े अधिकारी, नेता आदि। त्रिशूल का निशान होना सरकारी क्षेत्र या सरकार में बड़ा पद दिलाता है. यह मान-सम्मान और अकूत संपत्ति दोनों ही पाते हैं। तलवे में स्वास्तिक, ध्वज जैसा निशान होना व्यक्ति को राजा जैसा जीवन देता है। ऐसे निशान बड़े आध्यात्मिक पद पर भी पहुंचाते हैं. ऐसे लोग सिद्ध पुरूष भी बन सकते हैं। जबकि महिलाओं के पैरों के तलवों पर शंख, कमल या चक्र बना हो तो वह महिला किस्मत की धनी होती है। या तो वे स्वयं या फिर उनके पति किसी बड़े ओहदे पर विराजमान होते हैं।