भोपाल. मध्य प्रदेश के अधिकांश जिलों में भारी बारिश (Heavy Rain) का दौर जारी है. जबकि बारिश की वजह से श्योपुर और शिवपुरी में बाढ़ (Flood) आ गई है. इस बीच सोमवार को मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान (CM Shivraj Singh Chouhan) ने अधिकारियों के साथ बैठक की और जरूरी निर्देश दिए थे. जबकि आज सूबे के गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा (Narottam Mishra) ने कहा कि प्रदेश में बाढ़ से शिवपुरी व श्योपुर जिले में हालात अभी गंभीर बने हुए हैं.
प्रशासन के सभी अधिकारी मौके पर उपस्थित हैं. श्योपुर के सिलवाड़ी में 400, हर्रई में 200,बेरखेड़ी में 25 लोग फंसे हैं. इन लोगों को एयरलिफ्ट कराने की कोशिश की जा रही है. हालांकि शिवपुरी जिला कलेक्टर मुताबिक, आज सुबह 100 लोगों को बचाया गया है. इसके अलावा मध्य प्रदेश के गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने बताया कि बिचली गिरने से शिवपुरी में 2, भिंड में और मुरैना में 1-1 व्यक्ति की मौत हुई है. सिंध और चंबल नदी का पानी लगातार बढ़ रहा है. चंबल नदी का पानी अभी खतरे के निशान से ऊपर नहीं है, लेकिन पानी बढ़ने की वजह से मुरैना और भिंड में अलर्ट किया गया है.
5 हेलीकॉप्टरों किए तैनात, लेकिन मौसम बना परेशानी
एमपी गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने कहा कि भारी बारिश और बाढ़ के कारण ग्वालियर, चंबल, शिवपुरी और श्योपुर इलाकों में स्थिति गंभीर है. जबकि बाढ़ फंसे लोगों को निकालने के लिए 5 हेलीकॉप्टरों को तैनात किया गया था, लेकिन वो खराब मौसम के कारण उड़ान भरने में असमर्थ हैं. हालांकि अधिकारी साइट पर मौजूद हैं और स्थिति का विश्लेषण कर रहे हैं. हालांकि शिवपुरी जिला कलेक्टर मुताबिक, आज सुबह 100 लोगों को बचाया गया है. जबकि बाकी के लिए प्रयास जारी है.
मध्य प्रदेश के इन जिलों में भारी बारिश का अलर्ट
मौसम विभाग ने मध्य प्रदेश में भारी बारिश का दौर जारी रहने की संभावना व्यक्त की है. जबकि राज्य के उत्तरी इलाके में बारिश की गतिविधियां और बढ़ी हैं. मौसम विभाग ने 14 जिलों में भारी से बहुत भारी बारिश का ऑरेंज अलर्ट जारी किया है. शहडोल, जबलपुर, इंदौर, उज्जैन, होशंगाबाद, भोपाल, सागर और रीवा संभाग के जिलों में कहीं-कहीं बौछारें पड़ने की संभावना है. ग्वालियर-चंबल संभागों के साथ नीमच और मंदसौर जिले में बहुत भारी बारिश का रेड अलर्ट जारी किया गया है. रीवा, सागर और भोपाल संभाग के साथ आगर और शाजापुर जिलों में भारी बारिश का ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है. वहीं, बिजली चमकने और गिरने के साथ 20 किमी प्रति घंटा की रफ्तार से हवा चलने की भी संभावना है.
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