नई दिल्ली: अडानी समूह अब देश की सबसे बड़ी कंपनी रिलायंस इंडस्ट्रीज (Reliance Industries) को सीधे चुनौती देने की तैयारी कर रहा है. अडानी समूह अब पेट्रोकेमिकल (petrochemical) कारोबार में उतर रहा है. इसके लिए समूह ने अडानी पेट्रोकेमिकल्स की स्थापना की है.
अडानी पेट्रोकेमिकल्स के द्वारा रिफाइनरी (refinery), पेट्रोकेमिकल कॉम्प्लेक्स (petrochemical complex), स्पेशलिटी केमिकल यूनिट्स (Specialty Chemical Units), हाइड्रोजन और इससे जुड़े कई अन्य रसायन प्लांट स्थापित किए जाएंगे.
गौतम अडानी ने पिछले साल कहा था कि अडानी ग्रीन एनर्जी ने 25 गीगावॉट रीन्यूएबल एनर्जी (GW Renewable Energy) उत्पादन का लक्ष्य तय समय से चार साल पहले ही हासिल कर लिया है. अडानी ग्रीन ने इसके लिए 2020-21 का लक्ष्य रखा था.
बना ली कंपनी
गौरतलब है कि अडानी समूह पोर्ट,एयरपोर्ट, बिजली, गैस वितरण जैसे कई तरह के कारोबार में है. अब समूह पेट्रोकेमिकल कारोबार में उतरने की तैयारी कर रहा है. समूह की मुख्य कंपनी अडानी एंटरप्राइजेज ने यह ऐलान किया है कि उसने 30 जुलाई को एक पूर्ण स्वामित्व वाली कंपनी अडानी पेट्रोकेमिकल्स लिमिटेड (APL) की स्थापना की है. यह कंपनी रजिस्ट्रार ऑफ कंपनीज गुजरात में रजिस्टर्ड की गई है.
रिलायंस का एकाधिकार
गौरतलब है कि देश में पेट्रोकेमिकल कारोबार में अभी रिलायंस इंडस्ट्रीज (RIL) का प्रभुत्व है. जून में होने वाली रिलायंस की सालाना आमसभा में मुकेश अंबानी ने यह ऐलान किया था कि कंपनी अगले तीन साल में इस कारोबार में 75 हजार करोड़ रुपये का निवेश करेगी. कंपनी ने गुजरात के जामनगर में,5,000 एकड़ में धीरूभाई अंबानी ग्रीन एनर्जी गीगा कॉम्प्लेक्स का निर्माण शुरू किया है.
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