अध्यक्ष के इस्तीफे से गरमाई कांग्रेस की राजनीति, जिलाध्यक्ष ने इस्तीफा मंजूर भी कर लिया
इन्दौर। कांग्रेस (congress) को मजबूत करने के लिए संगठन द्वारा भेजे गए प्रभारियों की मीटिंग लेने के पहले ही कल महू कांग्रेस अध्यक्ष ( Mhow Congress President) ने गुटबाजी (factionalism) का आरोप लगाते हुए इस्तीफा दे दिया। उनका इस्तीफा जिलाध्यक्ष (District President) द्वारा मंजूर भी कर लिया गया। इस्तीफे के पहले संगठन प्रभारी से भी बात करने की कोशिश की गई, लेकिन उन्होंने जिलाध्यक्ष से ही बात करने को कहा, इससे कांग्रेस की ग्रामीण क्षेत्र की राजनीति और गर्म हो गई।
कांग्रेस (congress) एक ओर मिशन 2023 और 2024 को लेकर संगठन को मजबूत करनेकी बात कर रही है, लेकिन अंदरूनी गुटबाजी (factionalism) के कारण ये संभव होना मुश्किल दिख रहा है। कल से विधानसभा स्तर पर बैठकों का दौर शुरू हुआ। ग्रामीण क्षेत्र की बैठक महू के एक गार्डन में रखी गई थी, जिसमें महू शहर के अध्यक्ष महेश जायसवाल (Mahesh Jaiswal) को भी बुलाया गया था, लेकिन जायसवाल बैठक में नहीं पहुंचे और उन्होंने अपना इस्तीफा जिलाध्यक्ष सदाशिव यादव (Sadashiv Yadav) और प्रदेश अध्यक्ष कमलनाथ (Kamal Nath) को पहुंचा दिया। उन्होंने सीधे-सीधे यादव पर गुटबाजी (factionalism) करने और उन्हें तवज्जो नहीं देने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि कांग्रेस (congress) महू शहर में जीतती आई है और यहां का कार्यकर्ता हमेशा से संगठन के लिए खड़ा है, लेकिन जिलाध्यक्ष यादव मनमानी करते हैं। इसके बाद जायसवाल से जुड़े कार्यकर्ता भी नाराज हो गए। जायसवाल ने संगठन प्रभारी और खरगोन विधायक रवि जोशी से भी चर्चा की, लेकिन उनकी ओर से भी विवाद सुलझाने की पहल नहीं की गई। इस मामले में जिलाध्यक्ष सदाशिव यादव (Sadashiv Yadav) का कहना था कि बैठक महू ग्रामीण की थी और संगठन के क्राइट एरिया के हिसाब से उनका फोटो हमने नहीं लगाया था तो वे नाराज हो गए। हालांकि नाराजगी का कारण लंबे समय से यादव और जायसवाल के बीच चल रहा विवाद भी है।
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