उज्जैन। सावन माह के लिए आज से महाकाल में श्रद्धालुओं की दर्शन व्यवस्था में बड़ा बदलाव किया गया है। इसमें शनिवार, रविवार और सोमवार को प्री बुकिंग करा चुके श्रद्धालुओं को ही शंख द्वार से प्रवेश की अनुमति रहेगी। जबकि सोमवार को सामान्य प्रोटोकाल हो या फिर शीघ्र दर्शन पासधारी किसी को भी मंदिर में प्रवेश नहीं मिलेगा। तीन दिन चार धाम मंदिर के पास से ही श्रद्धालुओं को प्रवेश दिया जाएगा। मंदिर के बाहर ही लड्डू प्रसाद, जूता चप्पल स्टैण्ड और 250 रुपए टिकिट काउंटर की व्यवस्था कर दी गई है।
पिछले सोमवार को भगदड़ वाले घटनाक्रम के बाद से ही बड़ा गणेश मंदिर के सामने वाले द्वार की पूर्व निर्धारित प्रवेश व्यवस्था को बदलने पर विचार अधिकारियों ने शुरु कर दिया था। गुरुवार को इसी द्वार को प्रवेश से बदलकर निर्गम द्वार बना दिया था। कल हुई मंदिर समिति की बैठक में दूसरी बार महाकाल की दर्शन व्यवस्था में बदलाव हो गया। नई व्यवस्था आज से लागू कर दी गई है। कलेक्टर आशीष सिंह के मुताबिक श्रावण मास में प्रत्येक सोमवार को प्रात: 5 बजे से दोपहर 1 बजे तक एवं शाम 7 बजे से रात्रि 9 बजे तक केवल प्रीबुकिंग करा चुके लोगों को ही दर्शन की अनुमति रहेगी। इसमें भी कोविड प्रोटोकॉल के तहत वैक्सीनशन सर्टिफिकेट अथवा 48 घण्टे पूर्व की कोविड नेगेटिव रिपोर्ट साथ लाना होगी। बिना बुकिंग के दर्शन की किसी को अनुमति नहीं दी जाएगी। इसके अलावा सोमवार को सामान्य प्रोटोकाल वाले हो या फिर 250 रुपए शीघ्र दर्शन पास वाले लोग किसी को भी मंदिर में प्रवेश की अनुमति नहीं रहेगी।
प्रवेश तथा निर्गम चारधाम से ही रहेगा
श्रावण मास में प्रत्येक शनिवार, रविवार, सोमवार को श्रद्धालुओं का प्रवेश एवं निर्गम चारधाम से ही हो पाएगा। यहीं पर प्रसादी से लेकर शीघ्र दर्शन, सामान रखने की व्यवस्था, जूता स्टैण्ड से लेकर वाहन पार्किंग की व्यवस्था भी चारधाम पार्किंग में ही रहेगी, वहीं मंदिर के पुजारी, ड्यूटीरत कर्मचारियों-अधिकारियों और पत्रकारों को गेट नम्बर 4 से प्रवेश मिलेगा। हार फूल इत्यादि की बिक्री त्रिवेणी संग्रहालय मार्ग पर हो सकेगी।
सवारी मार्ग पर पेंचवर्क की जरूरत
महाकाल सवारी मार्ग की व्यवस्थाओं का निरीक्षण करने निगमायुक्त निकले। उन्होंने नृसिंह घाट, झालरिया मठ, रामघाट, राणोजी की छत्री, हरसिद्धी पाल, हरसिद्धी चौराहा, महाकाल मंदिर तक पैदल भ्रमण किया। इस दौरान उन्हें सड़क पर कई जगह पेंचवर्क की आवश्यकता नजर आई। इस पर उन्होंने तत्काल सुधार करने और सवारी वाले दिन सुबह से ही घाटों की साफ-सफाई व धुलाई के लिए कहा। निरीक्षण के दौरान अपर आयुक्त मनोज पाठक व अन्य अधिकारी मौजूद थे।
सभामंडप में सिर्फ कहार व 5 कर्मचारी
सोमवार को सभामण्डप में प्रवेश वर्जित रहेगा। यहाँ केवल कहार, पुजारी और पुलिस सहित महाकाल मंदिर के 5 कर्मचारी रहेंगे। इसके अलावा रामघाट व सवारी मार्ग पर भीड़ और आमजन का प्रवेश प्रतिबंधित रहेगा। रामघाट पूजन स्थल पर भी यही व्यवस्था रहेगी।
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