डेस्क। हमारी सेहत के लिए दूध एक जरूरी फूड है. रोजाना एक गिलास दूध हमारे शरीर में प्रोटीन और कैल्शियम की जरूरतों को पूरा करता है और हड्डियों को मजबूत करने के साथ साथ विकास में मदद करता है. दूध में कई पोषक तत्व और एंजाइम्स होते हैं जो रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाने में मदद करते हैं. आमतौर पर तो लोग दूध को उबालकर पीते हैं लेकिन कई लोग ऐसे हैं जो कच्चा दूध (Raw Milk) पीना (Drinking) पसंद करते हैं.
यह भी धारणा है कि कच्चा दूध सेहत के लिए काफी फायदेमंद है लेकिन नए शोधों मे यह पाया गया है कि कच्चा दूध के सेवन से शरीर में कई समस्याएं (Side Effects) हो सकती हैं. एफडीए के मुताबिक, किसी भी जानवर के दूध में सैल्मोनेला, ई कोली, लिस्टेरिया जैसे हानिकारक बैक्टीरिया मौजूद होते हैं जिन्हें बिना उबाले पिया जाए तो फूड प्वॉइजनिंग की शिकायत हो सकती है. तो आइए जानते हैं कि रॉ मिल्क पीने के क्या क्या नुकसान हो सकते हैं.
कच्चा दूध पीने के ये हैं नुकसान
- कच्चे दूध में कई ऐसे बैक्टीरिया होते हैं जो हमारे शरीर में पहुंचकर रिऐक्टिव आर्थराइटिस से लेकर डायरिया, डिहाइड्रेशन, गुलियन-बैरे सिंड्रोम और हीमोलिटिक यूरिमिक सिंड्रोम जैसी गंभीर बीमारियों को पैदा कर सकते हैं.
- कच्चा दूध जब निकाला जाता है तो यह दूध पशु के थन या कई बार जानवरों के मल के संपर्क में आ जाता है. जिस वजह से दूध दूषित होने की संभावना बढ़ जाती है.
- कमजोर इम्यूनिटी वाले लोग, बच्चे और युवाओं के लिए कच्चा दूध और अधिक नुकसान पहुचा सकता है.
- इसके सेवन से मतली आना, उल्टी या डायरिया आदि होने की संभावना बहुत अधिक होती है.
- कच्चे दूध में कई ऐसे बैक्टीरिया भी होते हैं जो टीबी के साथ-साथ कई जानलेवा बीमारी का संक्रमण कर दें.
- शरीर के लिए जरूरी है कि एसिड लेवल कंट्रोल में रहे लेकिन जब लोग कच्चा दूध पीते हैं तो यह कंट्रोल में नहीं होता और शरीर में एसिडिटी की मात्रा बढ़ जाती है.
- कच्चे दूध में भरपूर मात्रा में पोषक तत्व होते हैं जिसकी वजह से हवा के संपर्क में आते ही इसमें बैक्टीरिया पनपने लगते हैं. यही वजह हैं कच्चा दूध जल्दी खराब भी हो जाते हैं.