अभी किश्तों में हो रही है बारिश, कल से बनने वाले दो सिस्टम से झमाझम की उम्मीद… आज सुबह से भी बादल घिरे
इंदौर। किश्तों में ही अभी बारिश हो रही है। मूसलाधार (Torrential) और अनवरत बारिश (incessant rain) का सिलसिला तो शुरू ही नहीं हो सका। मौसम विभाग (Meteorological Department) का कहना है कि अभी दो नए सिस्टम बन रहे हैं, जिसे कल से इंदौर ( Indore) सहित प्रदेश के कई हिस्सों में तेज बारिश होने की संभावना है। अभी जितनी बारिश हुई है उससे तालाबों (Ponds) के स्तर में भी वृद्धि होने लगी है। यशवंत सागर (Yashwant Sagar) पहले से ही हालांकि भरा था और वर्तमान में साढ़े 12 फीट पानी है। लेकिन छोटी बिलावली और लिम्बोदी तालाब अवश्य फिलहाल खाली हैं।
इधर अन्य तालाबों के भी जलस्तर में धीरे-धीरे वृद्धि हो रही है। मौसम विभाग (Meteorological Department) के मुताबिक आज सुबह तक 166.4 मिमी यानी साढ़े 6 इंच से अधिक बारिश दर्ज की गई है। हालांकि पूर्वी क्षेत्र में इससे दो गुनी बारिश हो चुकी है। गर्मी और उमस का प्रकोप अभी भी कायम है। बंगाल (Bengal) की खाड़ी में कम दबाव के क्षेत्र बनने और एक और सिस्टम नार्थ-साउथ ट्रफ लाइन से बन रहा है, जिसके चलते उम्मीद की जा रही है कि ये दोनों सिस्टम इंदौर सहित प्रदेश के अधिकांश हिस्सों में अच्छी बारिश करवाएंगे। दरअसल अभी तक इंदौर में ही मानसून की झमाझम बारिश नहीं हुई है। जब तक 4 से 5 इंच पानी एक साथ ना बरस जाए तब तक नदी, नाले तालाब भी लबालब नहीं होंगे। प्रदेश के 31 जिलों में अभी सामान्य से कम वर्षा हुई है और कई क्षेत्रों में फसलों को नुकसान भी होने लगा है। इंदौर में हुई किश्तों में हुई बारिश के चलते तालाबों में भी पानी की आवक बढऩे लगी है। यशवंत सागर (Yashwant Sagar) की क्षमता 19 फीट की है। हालांकि इसमें पहले से ही पानी भरा भी था और वर्तमान में साढ़े 12 फीट तक पानी है। इसी तरह बड़ी बिलावली 34 फीट की तुलना में 19 फीट, वहीं छोटी बिलावली अभी खाली है, तो बड़ा सिरपुर 16 फीट की तुलना में 7 फीट, छोटा सिरपुर 9 फीट, वहीं लिम्बोदी तालाब ( Limbodi Pond) अभी पूरा खाली ही है।
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