नई दिल्ली। देश के कई राज्यों में भारी बारिश (Heavy rain) से हालात बिगड़ गए हैं। महाराष्ट्र के ठाणे (Thane of Maharashtra) जिले में सोमवार को विभिन्न वर्षाजनित हादसों में 5 लोगों की मौत हो गई है। मौसम विज्ञान विभाग ने मुंबई एवं आसपास के इलाकों में अगले 24 घंटों में भारी बारिश की चेतावनी जारी की है। उत्तराखंड के उत्तरकाशी (Uttarkashi of Uttarakhand) जिले में रविवार देररात बादल फटने से तीन लोगों की मौत हो गई। टिहरी जिले के मेड गांव में भी बादलों ने कहर बरपाया है। हरियाणा के गुरुग्राम (Gurugram of Haryana) में पानी में डूबे राजीव चौक अंडरपास में एक व्यक्ति की डूबने से मौत हो गई। इस अंडरपास में बरसात का 6 से 8 फुट तक पानी भरा था, जबकि यहां की एक तीन मंजिला इमारत गिरने से क व्यक्ति की मौत हुई है। वहीं हिमाचल प्रदेश में विभिन्न स्थानों पर भूस्खलन से सात नेशनल हाइवे सहित 382 सड़कें अवरूद्ध हो गई हैं।
दिल्ली-एनसीआर में सुबह तेज बारिश हुई। इससे उमस भरी गर्मी से राहत जरूर मिली लेकिन कई इलाकों में जलभराव हो गया है। आईटीओ, एम्स के पास अरबिंदो मार्ग, मंडी हाउस के आसपास सड़क पर बारिश का पानी भर गया। इससे सुबह काम पर जाने वाले लोगों को दिक्कतों का सामना करना पड़ा। कई इलाकों में ट्रैफिक जाम से लोगों को दो-चार होना पड़ा। जम्मू एवं कश्मीर के कुछ हिस्सों में भी सुबह बारिश हुई है।
हिमाचल प्रदेश में बारिश के कारण परिवहन व्यवस्था चरमरा गई है। सोमवार को हुई बारिश की वजह से प्रदेश के विभिन्न स्थानों पर भूस्खलन हुआ, जिससे सात नेशनल हाइवे सहित 382 सड़कें अवरुद्ध हो गई हैं। लोकनिर्माण विभाग के मुताबिक मंडी जोन में सर्वाधिक 227 सड़कें बंद हैं। कांगड़ा जोन में 62, शिमला जोन में 49, हमीरपुर जोन में 37 सड़कें बंद हैं। इसके अलावा शाहपुर जोन में छह और शिमला जोन में एक नेशनल हाइवे भी बंद रहा। लोकनिर्माण विभाग ने बंद सड़कों को खोलने के लिए मशीनरी तैनात कर दी है और संभावना जताई है कि एक-दो दिन में करीब 300 सड़कों को बहाल कर दिया जाएगा। मौसम विभाग ने अगले 24 घंटों के दौरान राज्य में अत्यधिक भारी बारिश की आशंका जताई है।
हरियाणा में लगातार हो रही बारिश से गुरुग्राम के निचले इलाकों में जलभराव हो गया है। गुरुग्राम में रविवार रात तीन मंजिला इमारत गिरने से एक व्यक्ति की मौत हो गई। मलबे में फंसे दो लोगों में से एक व्यक्ति को सुरक्षित निकालकर अस्पताल में भर्ती किया गया है। वहीं यहां पानी में डूबे राजीव चौक अंडरपास में एक व्यक्ति की डूबने से मौत हो गई। इस अंडरपास में बरसात का 6 से 8 फुट तक पानी भरा था। एक राहगीर ने उसे डूबते हुए देखा तो पुलिस कंट्रोल रूम नंबर-100 पर कॉल की। क्योंकि 112 नंबर पर कॉल नहीं लगी। करीब आधे घंटे के बाद पुलिस बल मौके पर पहुंचा। साथ ही भीम नगर व सेक्टर-29 फायर ब्रिगेड से गाडिय़ां मौके पर पहुंची।
महाराष्ट्र के कई इलाकों में शनिवार रात से रुक-रुक कर हो रही भारी बारिश से जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है। इस दौरान हुए वर्षाजनित हादसों में अब तक 35 लोगों की मौत हो गई है। सोमवार को ठाणे जिले के कलवा इलाके में पहाड़ी का मलबा घरों पर गिरने से पांच लोगों की घटनास्थल पर ही मौत हो गई, जबकि दो लोग गंभीर रूप से घायल हुए हैं। इलाके के कम से कम 24 घर जमींदोज हो गए हैं। सभी घायलों को कलवा स्थित शासकीय अस्पताल में भर्ती करवाया गया है। शनिवार-रविवार की दरमियानी रात चेंबुर, विक्रोली और भांडुप में विभिन्न वर्षाजनित हादसों में 30 लोगों की मौत हो गई थी।
प्रभावित इलाकों में एसडीआरएफ, फायर ब्रिगेड और पुलिस की टीम राहत एवं बचाव कार्य में लगी हुई हैं। मुंबई, ठाणे, पालघर, नवीमुंबई, रायगढ़, सिंधुदुर्ग सहित कई जिलों के निचले इलाकों में आज सुबह से ही हो रही मूसलाधार बारिश की वजह से जलभराव हो गया है। कुर्ला से लेकर बदलापुर तक मध्य रेलवे की पटरी पानी में डूब गई हैं। इसलिए मध्य रेलवे की सेवा प्रभावित हुई है। बदलापुर में भातसा नदी, अंबरनाथ में बालधुनि एवं उल्हास नदी खतरे के निशान से ऊपर बह रही है। बदलापुर में कोंडेश्वर झरना भारी बारिश से रौद्र रूप धारण कर लिया है। इससे यहां कोंडेश्वर मंदिर और आसपास के इलाके डूब गए हैं। यहां भातसा, बालधुनि एवं उल्हास नदी के तटीय इलाकों पर बसे लोगों को स्थानांतरित किया जा रहा है। मुंबई में दहिसर और मीठी नदी उफान पर है। कांदिवली के ठाकुर काम्प्लेक्स में बनाए गए मुंबई नगर निगम के पेएंड पार्क केंद्र में पानी भर गया है, जिसमें तकरीबन 400 गाड़ियां डूब गई हैं। रायगढ़ जिले में भी भारी बारिश से लोगों का जनजीवन प्रभावित हुआ है।
उत्तराखंड में नदी-नाले उफान पर
उत्तराखंड में फिर प्राकृतिक आपदा का कहर टूटा है। बरसात और भूस्खलन से जनजीवन अस्त-व्यस्त है। उत्तरकाशी जिले में रविवार देर रात बादल फटने से तीन लोगों की मौत हो गई। टिहरी जिले के मेड गांव में भी बादलों ने कहर बरपाया है। राहत और बचाव कार्य जारी है। उत्तरकाशी जिले में आपदा प्रभावित क्षेत्र के कई गांवों में पानी भर गया है। बादल फटने से भागीरथी नदी समेत स्थानीय नदी-नाले उफान पर हैं। बाढ़ जैसे हालात हैं। बादल फटने से गांव मांडो, निराकोट, पनवाड़ी और कंकराड़ी के घरों में पानी भर गया है। तीन लोगों की मौत हो गई है। एसडीआरएफ और आपदा प्रबंधन की टीम ने दो महिलाओं और एक बच्ची का शव बरामद किया। मृतकों की पहचान मांडो गांव की माधुरी देवी (42), रीतू (38) और कुमारी ईशू (6) के रूप में हुई है। एसडीआरएफ और आपदा प्रबंधन टीम पहुंच चुकी है। मलबे में फंसे गणेश बहादुर पुत्र काली बहादुर, रविंद्र पुत्र गणेश बहादुर, रामबालक यादव पुत्र मकुर यादव को रेस्क्यू कर अस्पताल पहुंचाया है। मांडो गांव के कई मकानों में लबा घुस गया है। दो घर ध्वस्त हो गए हैं।
भारत मौसम विज्ञान विभाग के मुताबिक देश के कई हिस्सों में अगले 24 घंटों में भारी बारिश हो सकती है। कोंकण, गोवा, तटीय कर्नाटक, उत्तरी कर्नाटक, उत्तर प्रदेश के उत्तर पश्चिमी इलाकों में भारी बारिश हो सकती है। पश्चिम बंगाल, असम के कुछ हिस्सों, मेघालय, अंडमान एवं निकोबार द्वीप समूह, उत्तराखंड, हिमाचल प्रदेश, जम्मू-कश्मीर, दिल्ली, हरियाणा के कुछ हिस्सों और पूर्वोत्तर राजस्थान में मध्यम से भारी बारिश हो सकती है। बिहार, पश्चिम बंगाल, झारखंड, ओडिशा के कुछ हिस्सों, केरल, तेलंगाना के कुछ हिस्सों, मध्य प्रदेश एवं दक्षिण गुजरात में हल्की से मध्यम बारिश हो सकती है। एजेंसी/हिस
©2024 Agnibaan , All Rights Reserved