लखनऊ: उत्तर प्रदेश विधान सभा चुनाव 2022 (UP Assembly Elections 2022) की तैयारियां शुरू हो चुकी हैं. सभी पार्टियों ने अपनी तैयारी ना सिर्फ शुरू कर दी है बल्कि इसे तेज भी कर दिया है. सभी का मकसद मिशन 2022 में जीत हासिल करना है. उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) की सियासत से जुड़ी तीन बड़ी खबरों के बारे में जान लीजिए.
बीजेपी-संघ के मंथन में क्या निकलेगा?
उत्तर प्रदेश बीजेपी (BJP) कोर कमेटी आज राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) की समन्वय बैठक में शामिल हो रही है. उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में ये बैठक जारी है. इस दौरान 2022 के यूपी विधान सभा चुनाव को ध्यान में रखते हुए संघ की तरफ से बीजेपी को अहम सुझाव दिए जा सकते हैं. इस बैठक में यूपी चुनाव का रोडमैप तैयार किया जा सकता है.
यूपी में ब्राह्मण वोट की ‘माया’
दूसरी खबर ये है कि बीएसपी (BSP) सुप्रीमो मायावती (Mayawati) ने ब्राह्मणों को रिझाने के लिए नया दांव चला है. मायावती ब्राह्मण सम्मेलन करने जा रही हैं. ये कार्यक्रम 23 जुलाई से शुरू होने जा रहा है.
अखिलेश का OBC वोटों के लिए प्लान क्या है?
वहीं समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) ओबीसी (OBC) वोट बैंक को साधने के लिए 21 जुलाई को उन्नाव का दौरा करेंगे. अखिलेश यादव निषाद समुदाय के बड़े नेता रहे मनोहर लाल की 85वीं जयंती के कार्यक्रम में शामिल होंगे.
बीएसपी के ब्राह्मण सम्मेलन पर यूपी के डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य ने कहा है कि यह सब करने से कुछ फायदा नहीं मिलेगा, आएगी तो बीजेपी ही. वहीं अखिलेश यादव के ओबीसी और निषाद वोट बैंक के दांव पर उन्होंने कहा कि पहले अखिलेश यादव बताएं कि अपनी सरकार में ओबीसी के लिए क्या किया? यह सब अखिलेश का चुनावी नाटक है.
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