सेहत के लिए छाछ का सेवन बेहद फायदेमंद है। छाछ बॉडी के तापमान (Temperature) को नियंत्रित रखती है, साथ ही पाचन को भी दुरुस्त रखती है। खाना स्पाइसी हो तो उसके साथ छाछ सीने में जलन को कम करके ठंडक देती है। छाछ का सेवन बॉडी का वेट कंट्रोल करने में किया जा सकता है। कैल्शियम, प्रोटीन, विटामिन बी (Vitamin B) और पोटैशियम जैसे गुणों से भरपूर छाछ गर्मी में लू से बचाती है।
पेट में गैस, अपच या कब्ज से परेशान रहते हैं तो छाछ का इस्तेमाल कीजिए। छाछ के साथ त्रिफला का सेवन आपके पाचन को सुधारने का जबरदस्त इलाज है। त्रिफला वाली छाछ पीने से गैस और बदहजमी (indigestion) से राहत मिलती है। अगर आप बढ़ते वज़न से परेशान हैं तो त्रिफला छाछ का सेवन कीजिए। आइए जानते हैं त्रिफला छाछ पीने के फायदे और इसे घर में कैसे तैयार करें।
त्रिफला छाछ पीने के फायदे
कब्ज और बदहजमी से परेशान रहते हैं तो रात में सोने से पहले त्रिफला छाछ (Triphala Buttermilk) का सेवन करें। खाना पचाने और पेट साफ करने में यह बेहद उपयोगी है।
औषधीय गुणों(medicinal properties) से भरपूर त्रिफला शरीर की चर्बी कम करती है। इसके सेवन से छोटी और बड़ी आंत हेल्दी रहती है।
त्रिफला छाछ पीने से पेट में ठंडक रहती है। कई बार मसालेदार खाना खाने से जलन ज्यादा हो जाती है ऐसे में त्रिफला छाछ जलन से राहत दिलाती है। छाछ में मिलाए गए मसाले जीरा, काला नमक आपके पाचन तंत्र (Digestive System) को दुरुस्त रखते है।
त्रिफला छाछ शरीर में बैड कोलेस्ट्रॉल को कम करने का काम करती है, इसमें ऐसे पदार्थ होते हैं जो चिकनाई को कम करते हैं। इसके सेवन से शरीर की सूजन और फैट भी कंट्रोल रहता है।
त्रिफला चूर्ण को 1 घंटे एक कप पानी में भिगो दें। इसमें छाछ मिला दें और काला काला नमक डालें।
अब इसमें पिसा हुआ पुदीना मिलाएं और थोड़ी सी चीनी भी डाल दें।
स्वाद के हिसाब से आप चाहें तो काली मिर्च का उपयोग भी कर सकते है।
ठंडा करके आप इसे खाने के साथ या रात को सोते वक्त पी सकते हैं।
नोट– उपरोक्त दी गई जानकारी व सुझाव सामान्य सूचना उद्देश्य के लिए है इन्हें किसी चिकित्सक के रूप में न समझें। हम इसकी सत्यता की जांच का दावा नही करतें कोई भी सवाल या परेशानी हो तो विशेषज्ञ की सलाह जरूर लें ।
©2024 Agnibaan , All Rights Reserved