गंजबासोदा! विदिशा जिले के गंजबासोदा (Ganjbasoda of Vidisha district) के लाल पठार क्षेत्र में गुरूवार शाम से ही राहत और बचाव कार्य पूरी गंभीरता और क्षमता से जारी है। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान (Chief Minister Shivraj Singh Chouhan) कंट्रोल रूम और सिचुएशन रूम से राहत और बचाव कार्यों पर सतत नजर रखे हुए हैं। मुख्यमंत्री (CM) अधिकारियों को दिशा- निर्देश भी दे रहे हैं। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने मृतकों के परिवारजन के लिए 5-5 लाख रूपये और घायलों को 50-50 हजार रूपये की सहायता राशि दिए जाने की घोषणा की है। उन्होंने घायलों का संपूर्ण उपचार सरकार द्वारा नि:शुल्क कराने के निर्देश भी दिए हैं।
बचाव दल ने अब तक 20 लोगों की जान बचाई है। प्रारंभिक उपचार के बाद 17 व्यक्तियों को सकुशल उन्हें उनके घर पहुँचाया गया है। तीन व्यक्तियों को चोटें आने पर उन्हें जिला चिकित्सालय विदिशा में उपचार के लिए भर्ती किया गया है। कुआं धँसने की इस घटना में चार व्यक्तियों की मृत्यु हुई है।
सहायता राशि वितरित
राहत और बचाव स्थल पर गुरूवार रात से ही निगरानी कर रहे चिकित्सा शिक्षा मंत्री श्री विश्वास सारंग और राजस्व एवं परिवहन मंत्री श्री गोविंद सिंह राजपूत ने तीन मृतकों के घर जाकर उनके परिवारजन को मुख्यमंत्री श्री चौहान की घोषणा के अनुरूप 5 -5 लाख रूपये की राशि के चेक प्रदान किए। श्री नारायण सिंह पिता जालम सिंह, श्री सुनील पिता सोहन एवं श्री शिवम पिता सुनील के परिवारजन को यह राशि दी गई है।
गुरूवार को देर शाम घटना की सूचना मिलते ही मुख्यमंत्री श्री चौहान ने विदिशा जिले के प्रभारी मंत्री श्री विश्वास सारंग को घटना-स्थल के लिए रवाना किया। साथ ही कमिश्नर, आईजी, कलेक्टर, एसपी और एनडीआरएफ एवं एसडीआरएफ की टीम को राहत और बचाव कार्य में लगाया। मुख्यमंत्री विदिशा में अपनी दत्तक पुत्रियों के विवाह कार्यक्रम को छोड़कर तुरंत कंट्रोल रूम बनाकर राहत और बचाव कार्य की सतत निगरानी और दलों को निर्देश देते रहे।
दुर्घटना स्थल लाल पठार गंजबासोदा में अब भी एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की दो टीमें जिला और पुलिस प्रशासन के अमले के साथ राहत और बचाव कार्य में लगी हुई हैं। आसपास की जमीन भुर-भुरी होने के कारण बचाव कार्य में परेशानी को देखते हुए तीन पोकलेन और 2 जेसीबी मशीन लगातार कार्यरत है। कुएं के अत्यधिक जल की निकासी के लिए चार पम्प भी लगाए गए हैं, जो निर्बाध रूप से का पानी निकाल रहे हैं।
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