नई दिल्ली। ज्योतिष शास्त्र में शनि को महत्वपूर्ण ग्रह माना गया है। शनि लोगों के जीवन में शुभ-अशुभ प्रभाव डालते हैं। कर्म फलदाता शनिदेव हर ढाई साल में अपना राशि परिवर्तन करते हैं। ग्रहों में सबसे धीमी गति होने के कारण इनके राशि परिवर्तन का एक चक्र करीब 30 साल में पूरा होता है। शनि का राशि परिवर्तन 2022 में होने वाला है। शनि अगले साल दो बार राशि बदलेंगे। शनि गोचर से कई राशियों पर इसका प्रभाव पड़ेगा।
शनि राशि परिवर्तन 2022 कब होगा?
शनि 29 अप्रैल 2022 को राशि परिवर्तन करते हुए मकर राशि से निकलकर कुंभ राशि में प्रवेश करेंगे। मूलरूप से शनि एक ही बार राशि परिवर्तन करेंगे। हालांकि 12 जुलाई को शनि अपनी वक्री चाल चलेंगे, जिससे ये फिर से मकर राशि में गोचर कर जाएंगे। इसके बाद 17 जनवरी 2023 को कुंभ राशि में मार्गी होकर प्रवेश करेंगे। शनि इस दौरान कुल 6 राशियों पर प्रभाव डालेंगे।
इन राशियों पर पड़ेगा प्रभाव-
1. कर्क और वृश्चिक : शनि के कुंभ राशि में गोचर से कर्क और वृश्चिक राशि वालों पर शनि ढैय्या शुरू होगी। लेकिन 12 जुलाई 2022 से 17 जनवरी 2023 तक आपको शनि ढैय्या से छुटकारा मिल जाएगा। साल 2022 में शनि की अंतर्दशा कुछ महीनों के लिए आपको परेशान करेगी।
2. धनु और मीन : शनि राशि परिवर्तन से धनु राशि वालों से शनि की साढ़े साती हट जाएगी और मीन राशि पर शुरू होगी। हालांकि 12 जुलाई 2022 से 17 जनवरी 2023 तक धनु राशि वाले फिर से शनि की साढ़े साती की चपेट में आएंगे।
3. मकर और तुला : वर्तमान में मिथुन और तुला राशि वालों पर शनि ढैय्या चल रही है। शनि के राशि परिवर्तन करते ही इन राशियों से शनि की अंतर्दशा हट जाएगी। लेकिन 12 जुलाई को शनि की चाल बदलने से ये दोनों राशियां फिर से शनि ढैय्या की चपेट में आ जाएंगी।
4. कुंभ और मकर : वर्तमान में शनि की साढ़े साती मकर व कुंभ राशि वालों पर भी चल रही है। मकर राशि पर शनि की दूसरा और कुंभ राशि पर पहला चरण चल रहा है। शनि की महादशा के तीन चरण होते हैं।
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